Author: अनूप शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾
कमà¥à¤ªà¤¯à¥‚टर सà¥à¤¤à¥à¤°à¥€à¤²à¤¿à¤‚ग है या पà¥à¤°à¥à¤²à¤¿à¤‚ग?
घर, दफà¥à¤¤à¤°, सड़क हर जगह मà¥à¤¸à¥€à¤¬à¤¤à¥‡à¤‚ आतीं हैं, सेंकड़ों सवाल उठखड़े हो जाते हैं। अब सर खà¥à¤œà¤²à¤¾à¤¤à¥‡ खà¥à¤œà¤²à¤¾à¤¤à¥‡ हमारे रडार पर à¤à¤• महारथी की काया दिखी तो उमà¥à¤®à¥€à¤¦ कि किरणें जाग उठीं। पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ चाहे किसी à¤à¥€ विषय पर हों, साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• हों या हों जीवन के फलसफे पर, सरल हो या कà¥à¤²à¤¿à¤·à¥à¤Ÿ, नॉटी हो या शिषà¥à¤Ÿ, विषय बादी हों या मवादी, कौमारà¥à¤¯ हो या शादी, पूछे जायेंगे बेà¤à¤¿à¤à¤• फà¥à¤°à¤¸à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾ से!
चिटà¥à¤ ा चरà¥à¤šà¤¾
चिटà¥à¤ ा चरà¥à¤šà¤¾ में पà¥à¤¿à¤¯à¥‡ दो पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¥¤ "चिटà¥à¤ ा जोरदार" में कà¥à¤› उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की चरà¥à¤šà¤¾ और "उसने कहा" में विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ चिटà¥à¤ ों से चà¥à¤¨à¥‡ कà¥à¤› मनà¤à¤¾à¤µà¤¨ कथà¥à¤¯ और उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय उकà¥à¤¤à¤¿à¤¯à¤¾à¤ जो आप à¤à¥€ अपनी डायरी में सहेज कर रखना चाहेंगे।
मारà¥à¤š 2005 का कचà¥à¤šà¤¾ चिटà¥à¤ ा
कचà¥à¤šà¤¾ चिटà¥à¤ ा सà¥à¤¤à¤‚ठमें हर माह परिचय कीजिये नये चिटà¥à¤ ाकारों से। इस अंक में आपकी à¤à¥‡à¤‚ट करवा रहे हैं ई-लेखा के लेखक चिटà¥à¤ ाकार आशीष तिवारी और पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾à¤¸ के लेखक और लिंकमासà¥à¤Ÿà¤° अनà¥à¤¨à¤¾à¤¦ सिंह से।
