नोबल पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•ार विजयी à¤à¤• अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ के à¤à¤• कथन कि à¤à¤¾à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¾à¤¦ करें तो, “à¤à¤• बार अगर आप à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ शिकà¥à¤·à¤¾ की बात करें तो आप कà¥à¤› और सोच ही नहीं सकते। यह विषय आप में विसà¥à¤®à¤¯, कà¥à¤°à¥‹à¤§, नैराशà¥à¤¯, आशा और गहरा दà¥à¤ƒà¤– à¤à¤° देता है।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पाठशालाओं की संखà¥à¤¯à¤¾ विसà¥à¤®à¤¯à¤•ारी है, अनà¥à¤®à¤¾à¤¨à¤¤à¤ƒ दस लाख से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾, पर यह बेहद निराशाजनक बात है कि 90 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ से à¤à¥€ जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ बचà¥à¤šà¥‡ 12वीं ककà¥à¤·à¤¾ तक पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ पहà¥à¤à¤šà¤¤à¥‡ सà¥à¤•ूल छोड़ देते हैं। जो बचà¥à¤šà¥‡ कॉलेज तक जा पाते हैं उनमें से à¤à¥€ कà¥à¤› ही बचà¥à¤šà¥‡ सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• बन पाते हैं।
हर साल कॉलेजों से सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• बननें वालों की 350000 की संखà¥à¤¯à¤¾ पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤• है फिर à¤à¥€ हमारे महाविदà¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯à¥‹à¤‚ की गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ इतनी निराशाजनक है कि हमारे सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤•ों में से महज 15 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ ही नौकरी के लायक होते हैं। दà¥à¤–द बात है कि जी.डी.पी का तकरीबन 8 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ शिकà¥à¤·à¤¾ पर खरà¥à¤š करने के उपरांत à¤à¥€, यह तंतà¥à¤° देश की अधिकांश जनता के लिये पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ असफल साबित हà¥à¤† है और फिर à¤à¥€ हम हमारे बेहद सफल à¤à¤¨.आर.आई का ज़िकà¥à¤° सà¥à¤¨à¤¤à¥‡ हैं जो आई.आई.टी जैसे हमारे सरà¥à¤µà¥‹à¤¤à¥à¤•ृषà¥à¤Ÿ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के पूरà¥à¤µà¤¸à¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• रहें। जाहिर तौर पर इस तंतà¥à¤° ने मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी à¤à¤° लोगों के लिये जितना शानदार काम किया है, देश के बहà¥à¤¸à¤‚खà¥à¤¯ लोगों के लिये यह उतना ही तà¥à¤°à¤¾à¤¸à¤¿à¤• सिदà¥à¤§ हà¥à¤† है।
इस तंतà¥à¤° की असफलता की जड़ में जाने के लिये हमें शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ से शà¥à¤°à¥ करना होगा। पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ की उपेकà¥à¤·à¤¾ का आरंठइसकी वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ में सरकार के समà¥à¤®à¤¿à¤²à¥à¤²à¤¿à¤¤ होने से हो जाता है। सारà¥à¤µà¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ जैसी महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ गतिविधि को à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿ और अयोगà¥à¤¯ नौकरशाहों के à¤à¤°à¥‹à¤¸à¥‡ छोड़ा नहीं जा सकता। आज की तारीख में निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को शिकà¥à¤·à¤¾ से मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¼à¤¾ कमाने के लिये इजाज़त नहीं है। केवल मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¼à¥‡ का बारे में न सोचने वाली टà¥à¤°à¤¸à¥à¤Ÿ को शिकà¥à¤·à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° केॠपà¥à¤°à¤µà¥‡à¤¶ की अनà¥à¤®à¤¤à¥€ है। शिकà¥à¤·à¤¾ पर नियंतà¥à¤°à¤£ हेतॠकाफी कड़े कानून और नियम हैं। अगर आप शिकà¥à¤·à¤¾ पर पैसे लगाते हैं तो उससे कमाई के बारे में à¤à¥‚ल जायें। इन नो पà¥à¤°à¥‰à¤«à¤¼à¤¿à¤Ÿ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ को à¤à¥à¤°à¤·à¥à¤Ÿà¤¾à¤šà¤¾à¤° से à¤à¥€ परेशानी होती है। अगर वासà¥à¤¤à¤µ में à¤à¤• खरे उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ का दकà¥à¤·à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤£ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¯ करना है तो पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾ और निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° कि à¤à¤¾à¤—ीदारी ही à¤à¤•मातà¥à¤° विकलà¥à¤ª है, वह à¤à¥€ केवल पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ ही नही वरन शिकà¥à¤·à¤¾ के हर सà¥à¤¤à¤° पर।
यह सच है कि निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° उनà¥à¤¹à¥€à¤‚ सेगà¥à¤®à¥‡à¤‚टà¥à¤¸ को सेवा पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ करेगा जिनमें वाजिब कीमत देने कि कà¥à¤µà¥à¤µà¤¤ है। यहाठपर सरकार की à¤à¥‚मिका होनी चाहिये कि वह à¤à¤¸à¥‡ लोगों को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• मदद दे जो यह खरà¥à¤š उठाने का सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ नहीं रखते। यहाठ“पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾” महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ शबà¥à¤¦ है।â€â€â€â€â€â€ निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾ को केवल इजाजत ही नहीं बलà¥à¤•ि बà¥à¤¾à¤µà¤¾ मिलना चाहिà¤à¥¤ केवल पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता के बल पर ही हर किसी के लिये शिकà¥à¤·à¤¾ सà¥à¤²à¤ करने का महती कारà¥à¤¯ पूरà¥à¤£ करना संà¤à¤µ है।
निजी और सारà¥à¤µà¤œà¤¨à¤¿à¤• कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की कारà¥à¤¯ शैली में कई असमानतायें हैं। निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° के संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर बजट का कड़ा दबाव रहता है और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾ à¤à¥€ कमाना होता है। और उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾ à¤à¥€ तà¤à¥€ हो सकता जब उनके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¦à¤¤à¥à¤¤ सेवा से फायदे लागत से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ हों। निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾ से यह मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¾ à¤à¥€ मामूली नही रहता।
पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¸à¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾à¤¤à¥à¤®à¤• माहौल में बचे रहने के लिये निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° “इनà¥à¤¨à¥‹à¤µà¥‡à¤¶à¤¨” यानी अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ लाने को विवश हो जाती है। शिकà¥à¤·à¤¾ के कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ की सख़à¥à¤¤ दरकार हैं और जब तक सरकार इसमें शामिल है यह ततà¥à¤µ नदारद ही रहेगा। आमतौर पर मोनोपोली यानी à¤à¤•ाधिकार संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ के पास अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ करने का कोई कारण नही होता और यह सैधानà¥à¤¤à¤¿à¤• रूप से असंà¤à¤µ है कि à¤à¤¸à¥‡ संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ इनोवेट करें। जब तक शिकà¥à¤·à¤¾ पर सरकार का à¤à¤•ाधिकार बरकरार रहेगा, अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ की उमà¥à¤®à¥€à¤¦ रखना बेमानी होगा।
तो पॉलिसी का नà¥à¤¸à¥à¤–़ा बड़ा सीधा सा है। पहलाः शिकà¥à¤·à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° को सà¥à¤µà¤¾à¤§à¥€à¤¨ करें और निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की à¤à¤¾à¤—ीदारी और सà¥à¤ªà¤°à¥à¤§à¤¾ को बढावा मिले। दूसराः सारà¥à¤µà¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ हेतॠसेकेनà¥à¤¡à¤°à¥€ सà¥à¤•ूल सà¥à¤¤à¤° तक जरूरतमनà¥à¤¦ छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को आरà¥à¤¥à¤¿à¤• सहायता दी जाय। तीसराः उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ की पातà¥à¤°à¤¤à¤¾ रखने वाले छातà¥à¤°à¥‹à¤‚ को ऋण सहायता दी जाय और चौथाः जो उचà¥à¤š शिकà¥à¤·à¤¾ की पातà¥à¤°à¤¤à¤¾ नहीं रखते उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• शिकà¥à¤·à¤¾ के विकलà¥à¤ª मà¥à¤¹à¥ˆà¤¯à¤¾ हों। निजीकरण के मामले में अमरीका काफी सफल रहा, वहाठके सबसे लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯ निजी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° से हैं। सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤¨à¤«à¥‰à¤°à¥à¤¡ जैसे ये संसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पूरà¥à¤£à¤¤à¤ƒ पेशेवर तरीके से चलाये जाते हैं और मà¥à¤¨à¤¾à¤«à¤¼à¤¾ à¤à¥€ कमाते हैं।
शिकà¥à¤·à¤¾ कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में सबसे उचित अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ होगा इंफॉरà¥à¤®à¥‡à¤¶à¤¨ à¤à¤‚ड कमà¥à¤¯à¥‚निकेशन टेकà¥à¤¨à¥‹à¤²à¥‰à¤œà¥€ टूलà¥à¤¸ (आई.सी.टी) का यानी सूचना तथा कमà¥à¤¯à¥à¤¨à¤¿à¤•ेशन तकनीकी टूलà¥à¤¸ का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—। आई.सी.टी में हाल के दिनों में अपूरà¥à¤µ पà¥à¤°à¤—ति हà¥à¤ˆ हैं। शिकà¥à¤·à¤¾ को किसी à¤à¥€ और कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° की बजाय आई.सी.टी से जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ फायदा मिल सकता है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इससे गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ पूरà¥à¤£ शिकà¥à¤·à¤¾ की लागत में कमी लाई जा सकती है। शिकà¥à¤·à¤¾ में आई.सी.टी का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— उतना ही परिवरà¥à¤¤à¤¨à¤•ारी होगा जितना की शिकà¥à¤·à¤¾ के पहले आंदोलन में पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों की खोज रही। आई.सी.टी OLTP बचà¥à¤šà¥‹à¤‚ को लेपटॉप से महंगे खिलौने देने के मà¥à¤•ाबले जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ विसà¥à¤¤à¤¾à¤°à¤¿à¤¤ तकनीक और औजारों का समà¥à¤šà¥à¤¯ है।
पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों की खोज से शिकà¥à¤·à¤¾ के खरà¥à¤š में कमी आई कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि ये समय और दूरी के नियमों को लांघकर जानकारी दे पाते थे और इनको पà¥à¤°à¥à¤¨à¤‰à¤¤à¥à¤ªà¤¾à¤¦à¤¨ करना à¤à¥€ ससà¥à¤¤à¤¾ पड़ता था। à¤à¤• à¤à¤¸à¥‡ तंतà¥à¤° कि तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में जहाठइंसानों को जà¥à¤žà¤¾à¤¨ के पà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤° में सीधे शामिल होना पड़ता था, किताब à¤à¤• अà¤à¤¿à¤¨à¤µ परिवरà¥à¤¤à¤¨ था। अब समय आ गया है कि पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों को अधिक ससà¥à¤¤à¥‡ विकलà¥à¤ªà¥‹à¤‚ जैसे डिजिटल पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प से बदला जाये। डिजिटल जानकारी की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ों के मà¥à¤•ाबले अनेकों फायदों में से à¤à¤• यह है कि जà¥à¤žà¤¾à¤¨ महज़ टेकà¥à¤¸à¤Ÿà¥à¤…ल यानि न शाबà¥à¤¦à¤¿à¤• न होने से पठन सामगà¥à¤°à¥€ और à¤à¥€ समृदà¥à¤§ हो सकती हैं। अब आडियो, विडियो, टेकà¥à¤¸à¤Ÿ और गà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¿à¤•à¥à¤¸ के रूप में हाईपरलिंकà¥à¤¡ मसौदे का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ संà¤à¤µ है।
यह अंदाज़ा लगाना मà¥à¤¶à¤•िल नही कि आई.सी.टी के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से शिकà¥à¤·à¤¾ में परिवरà¥à¤¤à¤¨ आà¤à¤—ा। इससे बड़े वà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤¸à¤¾à¤¯à¤¿à¤• फायदों की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤‚ तो हैं ही, à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ काम करने का मौका à¤à¥€ है। कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ की कोई सीमा नही होती।



