रत सरकार के संचार à¤à¤µà¤‚ सूचना पà¥à¤°à¥Œà¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ ने अà¤à¥€ हाल ही में हिनà¥à¤¦à¥€ सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤° उपकरणों और फ़ॉणà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ का à¤à¤• संगà¥à¤°à¤¹ मà¥à¥žà¥à¤¤ वितरण के लिठपà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ किया है। यह संगà¥à¤°à¤¹ डाउनलोड के लिठटी.डी.आइ.à¤à¤² की वेबसाइट पर à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ है। सरकार की तरफ़ से à¤à¤¸à¤¾ कà¥à¤› आये तो उसकी à¤à¤• विशेष अहमियत होती है।
जिस अà¤à¥‚तपूरà¥à¤µ पैमाने पर यह वितरण किया जा रहा है उससे आशा और बलवती हà¥à¤ˆà¥¤ फिर, देर से आये तो दà¥à¤°à¥à¤¸à¥à¤¤ कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं आयेंगे। कà¥à¤› à¤à¤¸à¥€ ही अपेकà¥à¤·à¤¾à¤“ं के साथ मैंने यह संगà¥à¤°à¤¹ टी.डी.आइ.à¤à¤² की वेबसाइट से डाउनलोड किया। डाउनलोड में कà¥à¤› समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤ रहीं, जैसे à¤à¤•-दो बार डाउनलोड का रà¥à¤• जाना, पर टी.डी.आइ.à¤à¤² के सरà¥à¤µà¤° पर à¤à¤¾à¤°à¥€ लोड होने के संदेह का लाठदें तो इतना मà¥à¤¶à¥à¤•िल à¤à¥€ नहीं रहा। यहाठये बता देना उचित होगा कि मैं इंटरनेट से बà¥à¤°à¥‰à¤¡à¤¬à¥ˆà¤‚ड के जरिये जà¥à¥œà¤¾ हूà¤à¥¤
पहली à¤à¤²à¤• में मà¥à¤à¥‡ यह संगà¥à¤°à¤¹ और इसके घटक कैसे लगे, यह लिख रहा हूà¤à¥¤ बहà¥à¤¤ संà¤à¤µ है कि दूसरों के अनà¥à¤à¤µ मà¥à¤à¤¸à¥‡ अलग रहे हों।
फ़ॉणà¥à¤Ÿ ढेर सारे, पर थके हारे
पूरे पैकेज का सबसे आकरà¥à¤·à¤• à¤à¤¾à¤— है ढेर सारे फ़ॉणà¥à¤Ÿ – यूनिकोड और कीमैप-आधारित टी.टी.à¤à¥ž, दोनों तरह के। इसका पà¥à¤°à¤šà¤¾à¤° à¤à¥€ बाकी घटकों से अधिक किया जा रहा है। पर अफ़सोस कि à¤à¤• à¤à¥€ फ़ॉणà¥à¤Ÿ मà¥à¤à¥‡ à¤à¤¸à¤¾ नहीं लगा जिसमें हिंदी के मानक फ़ॉणà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ में से à¤à¤• बनने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ हो। ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾à¤¤à¤° फ़ॉणà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ की गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ मधà¥à¤¯à¤® या निचले दरà¥à¤œà¥‡ की है।
इसके अलावा अधिकतर टाइपफ़ेस सरल पाठ(text) के लिठउपयà¥à¤•à¥à¤¤ नहीं हैं। इस वितरण से à¤à¤• आम वेब-विकासक को कà¥à¤› खास फ़ायदा नहीं होने वाला। चितà¥à¤°à¥‹à¤‚ या रेखांकनों के लिठà¤à¤²à¥‡ ही इनका पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर लिया जाà¤, वेब पनà¥à¤¨à¥‹à¤‚ पर उपयोग के रासà¥à¤¤à¥‡ अà¤à¥€ à¤à¥€ बंद हैं। वे तà¤à¥€ खà¥à¤² सकते हैं जब कà¥à¤› मानक फ़ॉणà¥à¤Ÿ (जैसे अंगà¥à¤°à¥‡à¥›à¥€ में à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤²/हेलà¥à¤µà¥‡à¤¤à¤¿à¤•ा, वरडाना, या टाइमà¥à¤¸ हैं) हर पà¥à¤²à¥‡à¤Ÿà¥žà¥‰à¤°à¥à¤® पर उपलबà¥à¤§ हों।
टी.टी.à¤à¥ž यà¥à¤— से लेकर यूनिकोड तक इतने सालों में à¤à¥€ हिंदी कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टिंग के पास à¤à¤• à¤à¥€ मानक या सरà¥à¤µà¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¯ टाइपफ़ेस नहीं है। यूनिकोड के बाद सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ बदलनी चाहिठथी। पर पूरा पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ अलग दिशा में जा रहा है। à¤à¤• आधिकारिक संसà¥à¤¥à¤¾ के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•ता यह होनी चाहिठकि वह कà¥à¤› मानक टाइपफ़ेस तय करे और फिर और फिर उन मानकों को सरà¥à¤µà¤®à¤¾à¤¨à¥à¤¯ बनाने के लिठकाम करे। फिर उनकी सरà¥à¤µà¤µà¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤•ता सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करना à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। मेरे विचार में, टाइपफ़ेसों के फैलाव का सबसे अचà¥à¤›à¤¾ तरीका है उनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ ऑपरेटिंग पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के साथ उपलबà¥à¤§ करवाना।
बेहतर होता यदि फ़ॉणà¥à¤Ÿ विकासकों ने à¤à¤• या दो टाइपफ़ेसों पर पूरा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दिया होता और साधारण सà¥à¤Ÿà¤¾à¤‡à¤² वाले पर शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ गà¥à¤£à¤µà¤¤à¥à¤¤à¤¾ के फ़ॉणà¥à¤Ÿ बनाये होते। और फिर, इस वितरण के साथ-साथ, सरकार ने ऑपरेटिंग पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ बनाने वाली कमà¥à¤ªà¤¨à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से बात करके उन फ़ॉणà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ को सीधे ओà¤à¤¸ के जरिये उपलबà¥à¤§ कराया होता। यह काम अब à¤à¥€ हो सकता है।
बहरहाल आइये, संगà¥à¤°à¤¹ के कà¥à¤› अनà¥à¤¯ मà¥à¤–à¥à¤¯ सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤°à¥‹à¤‚ की बात करें।
चितà¥à¤°à¤¾à¤‚कन – इनà¥à¤¤à¥›à¤¾à¤° और अà¤à¥€

चितà¥à¤°à¤¾à¤‚कन
(बाकी मितà¥à¤°à¥‹à¤‚ की मदद के लिठबता दूठकि अगर आप संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ के समय यह संदेश देखें कि ‘chitrankan.ini is not present’ तो chitrankan.ini को अपने डà¥à¤°à¤¾à¤‡à¤µ के रूट फ़ोलà¥à¤¡à¤° (C:\, D:\ आदि) में डाल दें। और फिर से संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• फ़ाइल चलाà¤à¤à¥¤)
फ़ायरफ़ॉकà¥à¤¸ हिंदी
फ़ायरफ़ॉकà¥à¤¸ (बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¥›à¤°) – अà¤à¥€ तक कोई तकलीफ़ नहीं। पर हिंदीकरण में सà¥à¤§à¤¾à¤° की आवशà¥à¤¯à¤•ता मà¥à¤à¤¹ बाठहै। अटपटापन फिर à¤à¥€ सà¥à¤µà¥€à¤•ार किया जा सकता है, पर ‘शैली’ को ‘शैलि’ लिखने जैसी वरà¥à¤¤à¤¨à¥€-अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¤¾à¤ बहà¥à¤¤ अखरती हैं।
ईमेल पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक – चला नहीं
कोलमà¥à¤¬à¤¾ (ईमेल पà¥à¤°à¤¬à¤‚धक) – अचà¥à¤›à¥€ तरह से संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ तो हो गया, पर चला नहीं। कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® चलाने पर à¤à¤• कमांड विनà¥à¤¡à¥‹ खà¥à¤²à¤¤à¥€ है और कà¥à¤› नहीं होता। थक कर अ-संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कर चà¥à¤•ा हूà¤à¥¤
ऑफ़िस का à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ विकलà¥à¤ª

ओपन ऑफ़िस
ओपन ऑफ़िस – मà¤à¤¹à¤—े मॉइकà¥à¤°à¥‹à¤¸à¥‰à¥žà¥à¤Ÿ ऑफ़िस का à¤à¤• अचà¥à¤›à¤¾ विकलà¥à¤ªà¥¤ अचà¥à¤›à¥€ तरह से काम कर रहा है। हिंदी अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ असà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤¾à¤“ं, गलतियों, और वरà¥à¤¤à¤¨à¥€ अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ से à¤à¤°à¤¾ है। à¤à¤• हिंदी शबà¥à¤¦-संसाधक में हिंदी वरà¥à¤¤à¤¨à¥€-जाà¤à¤š का न होना विडमà¥à¤¬à¤¨à¤¾ है या हासà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¥à¤ªà¤¦, नहीं कह सकता।
तà¥à¤°à¤¤-संदेश वाहक – पंख कटा कबूतर
गैम (तà¥à¤°à¤¤-संदेश वाहक) – यह à¤à¤• ओपन सोरà¥à¤¸ इंसà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ट मैसेंजर कà¥à¤²à¤¾à¤¯à¤‚ट है, जो खासा लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ à¤à¥€ है। इस अकेले सॉफ़à¥à¤Ÿà¥à¤µà¥‡à¤¯à¤° के जरिये आप अपनी याहू, à¤à¤®à¤à¤¸à¤à¤¨, आइसीकà¥à¤¯à¥‚, à¤à¤“à¤à¤² व अनà¥à¤¯ कई तà¥à¤°à¤¤-संदेश सेवाओं का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर सकते हैं। संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ हà¥à¤† लेकिन चलाने पर तà¥à¤°à¥à¤Ÿà¤¿ संदेश देकर बंद हो जाता है।
पी2पी संचालक
लाइमवायर (पी2पी संचालक) – पी2पी यानि ‘पियर से पियर’। ‘पियर’ नेटवरà¥à¤• से जà¥à¥œà¥‡ à¤à¤• आम कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर को कहते हैं और पी2पी तकनीक हर पियर को आपस में सीधे जोड़ने का काम करती है। पी2पी सेवाओं का मà¥à¤–à¥à¤¯ उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ और उपयोग फ़ाइलों की अदला-बदली करना होता है। सीधे जà¥à¥œà¤¾à¤µ और कà¥à¤› अनà¥à¤¯ कॉमà¥à¤ªà¥à¤²à¥‡à¤•à¥à¤¸ तकनीकों के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— की वजह से यह अदला-बदली बाकी तरीकों के मà¥à¤•ाबले तेज और आसान हो जाती है। चूà¤à¤•ि मैं इस सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤° में विशेष रà¥à¤šà¤¿ नहीं रखता, मैंने इसे संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ नहीं किया।
ओपन ऑफ़िस, फ़ायरफ़ॉकà¥à¤¸, कोलमà¥à¤¬à¤¾, गैम, और लाइमवायर à¤à¤• संगठित पैकेज के तौर पर डाउनलोड के लिठउपलबà¥à¤§ हैं। पूरे संगà¥à¤°à¤¹ का सबसे बड़ा हिसà¥à¤¸à¤¾ (करीब 240 à¤à¤®à¤¬à¥€) इसी पैकेज से बनता है।
तकनीकी शबà¥à¤¦à¤•ोश शबà¥à¤¦à¤¿à¤•ा – यूनिकोड नहीं समà¤à¤¤à¤¾

शबà¥à¤¦à¤¿à¤•ा
इन कà¥à¤› मूलà¤à¥‚त सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾à¤“ं और à¤à¤• अचà¥à¤›à¥‡ इंटरफ़ेस के साथ यही कोश बहà¥à¤¤ काम का बन सकता है। पर अà¤à¥€ तो यह अलà¥à¥žà¤¾ सà¥à¤¤à¤° का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ लगता है।
परिवरà¥à¤¤à¤¨ 2.0 – काम का है
परिवरà¥à¤¤à¤¨ 2.0 (पà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ इनà¥à¥žà¥‰à¤°à¥à¤®à¥ˆà¤Ÿà¤¿à¤•à¥à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤) – यह सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ उपकरण बहà¥à¤¤ काम का है पर मà¥à¤¶à¥à¤•िल इंटरफ़ेस की उसी समसà¥à¤¯à¤¾ से गà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ है जिससे इस संगà¥à¤°à¤¹ के लगà¤à¤— बाकी सà¤à¥€ सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤°, हालाà¤à¤•ि इसकी “रंगीनी” अनूठी है। यह सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ हिनà¥à¤¦à¥€ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कीमैपों के बीच परसà¥à¤ªà¤° परिवरà¥à¤¤à¤¨ संà¤à¤µ करती है। उदाहरण के लिà¤, राजसà¥à¤¥à¤¾à¤¨ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा या à¤à¤¾à¤¸à¥à¤•र की वेबसाइटों के सà¥à¤µà¤¾à¤®à¤¿à¤¤à¥à¤µ अधीन फ़ॉणà¥à¤Ÿà¥‹à¤‚ में लिखे पाठको यूनिकोड में बदला जा सकता है। लगà¤à¤— सà¤à¥€ हिंदी कीमैप समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ हैं।
पाठ-से-वाक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾

परिवरà¥à¤¤à¤¨
à¤à¤• और पाठ-से-वाक सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ (आइआइआइटी, हैदराबाद दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निरà¥à¤®à¤¿à¤¤) – यह सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾ कà¥à¤›-कà¥à¤› विंडोज़ 2000/XP के साथ उपलबà¥à¤§ ‘Narrator’ जैसी है। अà¤à¥€ यह सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤° सिरà¥à¤« यूनिकोड पाठ(text) फ़ाइलों के साथ काम करता है, बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¥›à¤° पाठको नहीं पॠसकता। किसी महिला की आवाज में किठगठउचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤£ साफ और सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿ हैं। मà¥à¤à¥‡ लगता है कि अगर इस पर काम जारी रहा (सà¥à¤§à¤¾à¤° और समरà¥à¤¥à¤¨ दोनों दिशाओं में) तो दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤¹à¥€à¤¨à¥‹à¤‚, कमजोर नज़र वालों, और अनपॠवà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के लिठयह वरदान साबित हो सकता है। यह इस संगà¥à¤°à¤¹ के बेहतर घटकों में से है।
वरà¥à¤¤à¤¨à¥€-जाà¤à¤šà¤• – यूनिकोड नहीं समà¤à¤¤à¤¾
जीसà¥à¤Ÿ सà¥à¤ªà¥‡à¤²à¤šà¥‡à¤•र यानि वरà¥à¤¤à¤¨à¥€-जाà¤à¤šà¤• – इसे संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ करने पर यह अपने आप को MS-Office कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤®à¥‹à¤‚ में उपकरण-पटà¥à¤Ÿà¥€ के तौर पर जोड़ लेता है। पर इसकी सबसे बड़ी, बलà¥à¤•ि इसे बेकार बना देने वाली हद तक बड़ी, कमजोरी है कि यह यूनिकोड पाठपर काम नहीं करता।
दिलà¥à¤²à¥€ दूर है
ये थे कà¥à¤› मà¥à¤–à¥à¤¯ सॉटवेयर और सà¥à¤µà¤¿à¤§à¤¾-उपकरण जो कि इस संगà¥à¤°à¤¹ में शामिल हैं। इनके अलावा à¤à¥€ कà¥à¤› और सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤° हैं जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ या तो मैं संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ नहीं कर पाया या वे मà¥à¤à¥‡ काम के नहीं लगे। इस पैकेज के मेरे अब तक के अनà¥à¤à¤µ का सार यह है कि अà¤à¥€ बहà¥à¤¤ काम होना बाकी है। पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾-परीकà¥à¤·à¤£ की कमी साफ नज़र आती है। नीयत और पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ बेशक सराहनीय हो सकते हैं, पर इसकी सफलता सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करने के लिठजरूरी कदम नहीं लिठगठहैं। यह पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ हड़बड़ी में की गई लगती है। उलà¥à¤²à¥‡à¤–नीय है कि सरकार ने कà¥à¤› महीनों पहले ही विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ गैर सरकारी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं से वितरित की जाने वाली सीडी हेतॠसामगà¥à¤°à¥€ चाही थी। लगता है कई संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं ने दबाव में आकर अधकचरे उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ ही दे दिये हैं। कोई हैरत नहीं होनी चाहिये अगर इस मंतà¥à¤°à¤¾à¤²à¤¯ के मà¥à¤–िया जी की मातृà¤à¤¾à¤·à¤¾ तमिल, जिसे यà¥à¤¦à¥à¤§à¤¸à¥à¤¤à¤° पर हिनà¥à¤¦à¥€ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ के साथ ही शà¥à¤®à¤¾à¤° किया गया, की सीडी की à¤à¥€ यही हालत हो।
नीति सà¥à¤¤à¤° पर à¤à¥€ कई समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤ हैं। मसलन, यूनिकोड समरà¥à¤¥à¤¨ के पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ आधे-अधूरे और बेमन से किठगठलगते हैं। जब तक पूरी मशीनरी इस बात को पकà¥à¤•ा मान कर नहीं चलती कि à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ की योजनाà¤à¤ यूनिकोड आधारित ही होनी चाहिà¤, कोई à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ न केवल हमें वहीं खड़ा रखेगा जहाठहम हैं, बलà¥à¤•ि पीछे à¤à¥€ ले जा सकता है। इसी तरह पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—िता (usability) की दिशा में काम शूनà¥à¤¯ के आस-पास है। अधिकतर शामिल सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤°à¥‹à¤‚ के इंटरफ़ेस à¤à¤• आम आदमी को छोड़िये, कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर के अनà¥à¤à¤µà¥€ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को à¤à¥€ सिरदरà¥à¤¦ दे सकते हैं। à¤à¤• और कमजोरी खà¥à¤¦ हिंदीकरण में है। अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ का सà¥à¤¤à¤° बहà¥à¤¤ अचà¥à¤›à¤¾ नहीं है। और वरà¥à¤¤à¤¨à¥€ की गलतियाठजो बिलà¥à¤•à¥à¤² असà¥à¤µà¥€à¤•ारà¥à¤¯ होनी चाहिà¤, हर जगह पसरी पड़ी हैं। पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ से पहले गहरा पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾-परीकà¥à¤·à¤£ और अनà¥à¤à¤µà¥€ हिंदी विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ जाà¤à¤š इन कमजोरियों को दूर कर सकती है।
इस पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿ के बाद का काम à¤à¥€ महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ है। à¤à¤• आइ.टी पà¥à¤°à¥‹à¥žà¥‡à¤¶à¤¨à¤² होने के बावजूद मà¥à¤à¥‡ इस संगà¥à¤°à¤¹ को काम में लेने में मà¥à¤¶à¥à¤•िलें आई हैं। मैं सिरà¥à¤« कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ ही कर सकता हूठकि à¤à¤• आम गैर-आइ.टी तकनीकी कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° का वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿ जो बस कमà¥à¤ªà¥à¤¯à¥‚टर पर हिंदी में काम करना चाहता है, इन सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤°à¥‹à¤‚ के साथ कैसे जूठरहा होगा। बहà¥à¤¤ संà¤à¤µ है कि वह इनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने का विचार ही रदà¥à¤¦ कर दे। इस संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को कम करने के लिठयह जरूरी है कि सरकारी संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ उसे इसके संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨ और पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— में आवशà¥à¤¯à¤• सहयोग और सहायता मिले। यह सहायता फ़ोन, ईमेल, डाक, वेबसाइट (सामानà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨à¥‹à¤¤à¥à¤¤à¤°) या वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤—त तौर पर उपलबà¥à¤§ कराई जा सकती है।
साथ ही इस तरह का वितरण नियमित हो। कà¥à¤› समय बाद à¤à¤• सà¥à¤§à¤°à¤¾ और बड़ा पैकेज फिर वितरित किया जाना चाहिà¤à¥¤ कम से कम वेबसाइट पर तो सà¥à¤§à¤¾à¤°à¥‹à¤‚ और नये सॉफ़à¥à¤Ÿà¤µà¥‡à¤¯à¤°à¥‹à¤‚ का वितरण हमेशा चलते रहना चाहिà¤à¥¤
दिलà¥à¤²à¥€ अà¤à¥€ दूर à¤à¤²à¥‡ हो, चलते रहना जरूरी है।
गत सपà¥â€à¤¤à¤¾à¤¹ à¤à¤¾à¤°à¤¤ सरकार के 