Month: May 2007
असली à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिये असली शिकà¥à¤·à¤¾
हमारी शिकà¥à¤·à¤¾ पदà¥à¤§à¤¤à¤¿ में बचà¥à¤šà¥‡ à¤à¤¾à¤°à¥€ बैग लिये फिरते हैं, जोर रहता हैं रटन विदà¥à¤¯à¤¾ और परीकà¥à¤·à¤¾à¤“ं पर। यहाठपाठà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® में बाहर से अरà¥à¤œà¤¿à¤¤ जà¥à¤žà¤¾à¤¨, हà¥à¤¨à¤° और काबलियतों को सà¥à¤¥à¤¾à¤¨ नहीं मिलता। शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦ व राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ शोध पà¥à¤°à¥‹à¤«à¥‡à¤¸à¤° यश पाल मानते हैं कि आधà¥à¤¨à¤¿à¤• औपचारिक शिकà¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° में पà¥à¤°à¤•ृति और जीवन से सीखे हà¥à¤¨à¤° को शामिल करना à¤à¥€ ज़रूरी है।
HIW: खà¥à¤¦ कंपà¥à¤¯à¥‚टर सीखते हैं बचà¥à¤šà¥‡
"होल इन द वॉल" दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤†à¤ˆà¤Ÿà¥€ के सà¥à¤—ाता मितà¥à¤°à¤¾ ने सिदà¥à¤§ किया कि बचà¥à¤šà¥‡ बिना औपचारिक पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कंपà¥à¤¯à¥‚टर सीख सकते हैं। कम कीमत में करोड़ों à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तक सूचना पà¥à¤°à¥‹à¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी पहà¥à¤‚चाना अब कोई दिवासà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ नहीं। निरंतर ने डॉ मितà¥à¤°à¤¾ से जानकारी ली इस अनूठे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— के बारे में।
शिकà¥à¤·à¤¾ में आईसीटीः वकà¥à¤¤ का तकाज़ा
दस लाख पाठशालायें जहाठ90 फीसदी बचà¥à¤šà¥‡ 12वीं तक सà¥à¤•ूल ही छोड़ देते हैं। सालाना 3,50,000 सà¥à¤¨à¤¾à¤¤à¤• जिनमें महज 15 फीसद ही नौकरी के लायक होते हैं। केवल मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी à¤à¤° लोगों के लिये ही शानदार काम कर रहे हमारे शिकà¥à¤·à¤¾ तंतà¥à¤° में सà¥à¤§à¤¾à¤° कैसे लाया जाये बता रहे हैं शिकà¥à¤·à¤¾à¤µà¤¿à¤¦ व अरà¥à¤¥à¤¶à¤¾à¤¸à¥à¤¤à¥à¤°à¥€ अतानू दे।
मोबाइल फ़ोन तेरे कितने रूप?
मोबाइल फ़ोन डिजिटल कैमरा, à¤à¤®à¤ªà¥€3 पà¥à¤²à¥‡à¤¯à¤°, à¤à¤«à¤¼à¤à¤® रेडियो के परà¥à¤¯à¤¾à¤¯ तो थे ही। अब आप इसका इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤¿à¤Ÿ कारà¥à¤¡ के विकलà¥à¤ª के रूप में à¤à¥€ कर सकते हैं। रवि रतलामी बता रहे हैं दो इसी तरह की सेवाओं के बारे में, पहला à¤à¤¸à¤à¤®à¤à¤¸ आधारित पे-मेट तथा दूसरा मोबाइल à¤à¤ªà¥à¤²à¥€à¤•ेशन आधारित à¤à¤®-चेक।
नेताजी का à¤à¤¤à¤¿à¤¹à¤¾à¤¸à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤·à¤£
1857 में हà¥à¤ˆ आज़ादी की पहली लड़ाई की 150वीं वरà¥à¤·à¤—ाà¤à¤ इस वरà¥à¤· देश à¤à¤° में मनाई जा रही है। इस मौके पर नेताजी सà¥à¤à¤¾à¤· चंदà¥à¤° बोस दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ दिठगठà¤à¤• दà¥à¤°à¥à¤²à¤ à¤à¤¾à¤·à¤£ को हम पहली बार हिनà¥à¤¦à¥€ में पेश कर रहे हैं। यह à¤à¤¾à¤·à¤£ नेताजी ने समà¥à¤°à¤¾à¤Ÿ-कवि बहादà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¹ ज़फ़र की मज़ार पर हà¥à¤ आज़ाद हिनà¥à¤¦ फौज की आनà¥à¤·à¥à¤ निक कवायद और जलसे में 11 जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ, 1944 को दिया था। हिनà¥à¤¦à¥€ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ व पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤à¤¿à¤ƒ अफ़लातून।




