रंतर हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ाकारों के à¤à¤• समूह का अà¤à¤¿à¤¨à¤µ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— है। यह पहली à¤à¤¸à¥€ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है जो न केवल गैरपेशेवर पà¥à¤°à¤•ाशकों दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ निकाली जाती है बलà¥à¤•ि पाठकों को पà¥à¤°à¤•ाशित लेखों पर तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ करने का मौका à¤à¥€ देती है। इस तरह ये सिरà¥à¤« ज़ीन नहीं, विशà¥à¤µ की पà¥à¤°à¤¥à¤® बà¥à¤²à¥‰à¤—ज़ीन बन सकी।
चिटà¥à¤ ाकारी, पेशेवर लेखन और पतà¥à¤°à¤•ारिता का संगम
अधिकाà¤à¤¶ बà¥à¤²à¥‰à¤—र चिटà¥à¤ ाकारी से जà¥à¥œà¤¤à¥‡ अपनी राय से संसार को अवगत कराने के लिये। सब विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विषयों पर लिखते हैं, पर अधिकाà¤à¤¶à¤¤à¤ƒ चिटà¥à¤ ों में समाज से जà¥à¥œà¥‡ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर रिपोरà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग न के बराबर ही होती है। चिटà¥à¤ ाकार पेशेवर पतà¥à¤°à¤•ार नहीं हैं, परंतॠचिटà¥à¤ ों ने रिपोरà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग को वह नया रà¥à¤– दिया है कि मà¥à¤–à¥à¤¯à¤§à¤¾à¤°à¤¾ की मीडिया (à¤à¤®.à¤à¤¸.à¤à¤®) को à¤à¥€ सिटिज़न जरà¥à¤¨à¤²à¤¿à¤œà¤¼à¥à¤® जैसे शबà¥à¤¦ की रचना करनी पड़ी और अपने कलेवर में इंटरेकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µà¤¿à¤Ÿà¥€ के à¤à¤²à¤¿à¤®à¥‡à¤‚ट को शà¥à¤®à¤¾à¤° करना पड़ा। चिटà¥à¤ ों और à¤à¤®.à¤à¤¸.à¤à¤® की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ होती रहती है, उनके मतà¤à¥‡à¤¦ की à¤à¥€ बात होती है।
वरà¥à¤· 2005 की बात है। हिनà¥à¤¦à¥€ चिटà¥à¤ ाजगत के कà¥à¤› समान राय वाले लोगों ने निरंतर की शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ की। इसे बà¥à¤²à¥‰à¤—ज़ीन पà¥à¤•ारा गया कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि हर कथा पर पाठक तà¥à¤µà¤°à¤¿à¤¤ टिपà¥à¤ªà¤£à¥€ कर सकता था। आधà¥à¤¨à¤¿à¤• सी.à¤à¤®.à¤à¤¸ ने सामà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• à¤à¤¾à¤—ीदारी के रासà¥à¤¤à¥‡ खोल दिये। हम सà¤à¥€ ने जाल पर हिनà¥à¤¦à¥€ के बà¥à¤¤à¥‡ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— को महसूस किया है और इसके उजà¥à¤œà¥à¤µà¤² à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ के पà¥à¤°à¤¤à¤¿ आशà¥à¤µà¤¸à¥à¤¤ à¤à¥€ हैं। अगसà¥à¤¤ 2005 में निरंतर का पà¥à¤°à¤•ाशन 6 अंकों के उपरांत बंद करना पड़ा, मà¥à¤–à¥à¤¯ कारण था समयाà¤à¤¾à¤µà¥¤ 1 साल बाद अगसà¥à¤¤ 2006 में इसका पà¥à¤°à¤•ाशन दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ शà¥à¤°à¥ हà¥à¤†à¥¤
निरंतर के अनोखे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—
हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—मंडल के अनà¥à¤¯ à¤à¤• अनोखे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— बà¥à¤¨à¥‹ कहानी में हमने कोलैबोरेशन यानि सहयोग की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ को बल देने के लिये मलà¥à¤Ÿà¥€ आथर कहानियों को रचने का तरीका पेश किया, जिसमें कहानी लिखना कोई शà¥à¤°à¥ करता है और कोई अनà¥à¤¯ इसे आगे लिखता है। लेखकों में कहानी के पà¥à¤²à¥‰à¤Ÿ संबंधी कोई चरà¥à¤šà¤¾ नहीं होती और न यह तय होता है कि कहानी कितने à¤à¤¾à¤—ों में लिखी जायेगी। शायद इसीलिये यह सà¥à¤µà¤¤à¤ƒ पà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¤¿à¤¤ कारà¥à¤¯ मनोरंजक à¤à¥€ है और चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€à¤ªà¥‚रà¥à¤£ à¤à¥€à¥¤ इसमें मौजूद ससà¥à¤ªà¥‡à¤‚स और अपà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤¾à¤¶à¤¿à¤¤à¤¤à¤¾ के ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को à¤à¥€ नकारा नहीं जा सकता।
निरंतर के पà¥à¤¨à¤°à¥à¤µà¤¤à¤¾à¤° में हमने à¤à¤¸à¤¾ ही अनोखा पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— पà¥à¤¨à¤ƒ किया। यह पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ था विशà¥à¤µ की पहली इंटरैकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µ हिनà¥à¤¦à¥€ कहानी का à¤à¤• नया सà¥à¤¤à¤‚à¤à¥¤ हिनà¥à¤¦à¥€ बà¥à¤²à¥‰à¤—जगत की सशकà¥à¤¤ हसà¥à¤¤à¤¾à¤•à¥à¤·à¤° पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ ने इसे शà¥à¤°à¥ करने का बीड़ा उठाया। लाल परी à¤à¤• à¤à¤¸à¥€ ही कहानी है जिसके खà¥à¤²à¥‡ सिरे पाठक पिरोते हैं। कहानी के हर à¤à¤¾à¤— के अंत में लेखिका पाठकों का मत माà¤à¤—तीं है कि अगले à¤à¤¾à¤— में कहानी कà¥à¤¯à¤¾ मोड़ ले। यानि बहà¥à¤®à¤¤ जिस पकà¥à¤· होता है ऊंट उसी करवट बैठता है।
अपने पहले अवतार की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ में निरंतर के कलेवर में थोड़े बदलाव हैं। यह अब ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ गंà¤à¥€à¤° पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है। इसका उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ है à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पहली सामà¥à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा बनना, विचार यह है कि हर कथा के बनने में और इसके पà¥à¤°à¤•ाशनोपरांत à¤à¥€ पाठकों का योगदान साफ à¤à¤²à¤•े। हर कथा अंरà¥à¤¤à¤œà¤¾à¤² के हिनà¥à¤¦à¥€ पाठकों के कलेकà¥à¤Ÿà¤¿à¤µ विज़डम का निचोड़ हो, निरंतर की राय सिरà¥à¤« इसके संपादक मंडल की नहीं वरन पाठकों की राय से à¤à¥€ बनें। इसके लिये निरंतर मितà¥à¤° समूह की सà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¨à¤¾ की जा रही है, निरंतर मितà¥à¤° की संकलà¥à¤ªà¤¨à¤¾ के बारे में और जानकारी इस लेख में आगे दी गई है।
निरंतर के हर अंक में पà¥à¤°à¤•ाशकों का पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ होगा कि वैशà¥à¤µà¤¿à¤• à¤à¤¾à¤°à¤¤ के सामाजिक, आरà¥à¤¥à¤¿à¤• और राजनैतिक पहलà¥à¤“ं पर दृषà¥à¤Ÿà¤¿à¤ªà¤¾à¤¤ करें। खरी बात कहें, जो किताबी नहीं वरन पाठकों और पà¥à¤°à¤•शकों की राय हो। à¤à¤¾à¤·à¤¾ जिसे हिनà¥à¤¦à¥€ के जानकार सराहें पर नौसिखियों को शबà¥à¤¦à¤•ोश न देखना पà¥à¥‡à¥¤ अंदाज़ जो पारंपरिक और आधà¥à¤¨à¤¿à¤• संपà¥à¤°à¥‡à¤·à¤£ का सà¥à¤¨à¥à¤¦à¤° मेल हो।
निरंतर पà¥à¤°à¤•ाशन दल
निरंतर की संरचना की खासियत केवल यह नहीं है कि सà¤à¥€ संपादक विशà¥à¤µ के विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ कोने से साथ आ जà¥à¥œà¥‡ हैं, बलà¥à¤•ि यह है कि विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ विचारधाराओं के लोग साथ à¤à¤• पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा निकाल रहे हैं। निरंतर के मानद मà¥à¤–à¥à¤¯ संपादक अनूप शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾ लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ चिटà¥à¤ ाकार हैं। अगसà¥à¤¤ 2006 से निरंतर की कोर टीम में आ जà¥à¥œà¥‡ हैं डॉ सà¥à¤¨à¥€à¤² दीपक, ईसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾ और आलोक कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥¤ पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥€ टीम के मेमà¥à¤¬à¤°à¤¾à¤¨ यानि रविशंकर शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ, रमण कौल, पंकज नरूला, शशि सिंह, अतà¥à¤² अरोरा और देबाशीष चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ यथावत है।
निरंतर का लोगो
निरंतर का लोगो गà¥à¥œà¤—ाà¤à¤µ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤ गà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¿à¤• व वेब डिजायनर तथा छायाकार à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ बाहरी ने बनाया है। लोगो में कोणारà¥à¤• के सूरà¥à¤¯ मंदिर से पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¤ रथचकà¥à¤° को दरà¥à¤¶à¤¾à¤¯à¤¾ गया है जो चिरसà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ गति और नैरनà¥à¤¤à¤°à¥à¤¯ का पà¥à¤°à¤¤à¥€à¤• है।
हमारा उदà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¥à¤¯ था कि पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा के नाम की सारà¥à¤¥à¤•ता के साथ ही और à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¤¤à¤¾ का सतà¥à¤µ à¤à¥€ अà¤à¤¿à¤•लà¥à¤ªà¤¨à¤¾ में à¤à¤²à¤•े। à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ ने वेब 2.0 की à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ के अनà¥à¤°à¥‚प चकà¥à¤° में गà¥à¤²à¤¾à¤¸ अफेकà¥à¤Ÿ का समावेश किया है। उरà¥à¤œà¤¾ व यौवन के ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को समà¥à¤®à¤¿à¤²à¤¿à¤¤ करने के लिये उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने चमकीले पीले व नारंगी रंगों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया है। कहना न होगा कि à¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾ का योगदान सराहनीय रहा।
अकà¥à¤¸à¤° पूछे जाने वाले सवाल
- निरंतर के पà¥à¤°à¤•ाशन में कौन लोग शामिल हैं?
निरंतर के मà¥à¤–à¥à¤¯ संपादक हैं अनूप शà¥à¤•à¥à¤²à¤¾à¥¤ पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा का पà¥à¤°à¤•ाशन व पà¥à¤°à¤¬à¤‚ध संपादन इसके संसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤• देबाशीष चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ करते हैं। निरंतर के कोर संपादन टीम में शामिल हैं डॉ सà¥à¤¨à¥€à¤² दीपक, रविशंकर शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ, रमण कौल, अतà¥à¤² अरोरा, पà¥à¤°à¤¤à¥à¤¯à¤•à¥à¤·à¤¾, शशि सिंह, ईसà¥à¤µà¤¾à¤®à¥€, पंकज नरूला और आलोक कà¥à¤®à¤¾à¤°à¥¤ - मैं à¤à¤• लेखक हूà¤à¥¤ निरंतर के लिये कैसे लिख सकता हूà¤à¥¤
निरंतर के लिये आपकी रचनाओं का सà¥à¤µà¤¾à¤—त है। आप हमें रचनायें ईमेल दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ patrikaa [at] gmail [dot] com पर सीधे à¤à¥‡à¤œ सकते हैं। निरंतर के लेखकों का अपना à¤à¤• पतà¥à¤° समूह है “निरंतर मितà¥à¤°“, आप उसकी सदसà¥à¤¯à¤¤à¤¾ à¤à¥€ अवशà¥à¤¯ लें। विवरण उपर तथा साईडबार में दिया गया है।निरंतर पर लेखों से संबंधित कà¥à¤› अनà¥à¤¯ जानकारी इस पà¥à¤°à¤•ार है- लेख जाल पर सरà¥à¤µà¤¥à¤¾ अपà¥à¤°à¤•ाशित होना चाहिये। आपकी रचना के बारे में हम आपको यथाशीघà¥à¤° सूचित करेंगे, सूचना मिलने तक कृपया अनà¥à¤¯ जाल पà¥à¤°à¤•ाशनों को लेख न à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚। यदि किसी अनà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•ाशन को लेख à¤à¥‡à¤œà¤¾ गया है तो उनका निरà¥à¤£à¤¯ मिलने तक कृपया हमें रचना न à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚। कारण यही है कि अंतरà¥à¤œà¤¾à¤² पर मसौदा खोजना आसान है अतः हम à¤à¤• ही रचना अनेक सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥‹à¤‚ पर छापना उचित नहीं समà¤à¤¤à¥‡à¥¤
- निरंतर पर हम कोलेबोरेटिव लेखन को बà¥à¤¾à¤µà¤¾ देते हैं। अगर आप के पास किसी लेख का विचार है तो आप उसे साथी लेखकों या हमारे संपादक मंडल के साथ मिल कर लिख सकते हैं। निरंतर पर इस तरह के अनेक आलेख पà¥à¤°à¤•ाशित हà¥à¤¯à¥‡ हैं, मसलनः à¤à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ की à¤à¥‚मिगत आग, रियल à¤à¤¸à¥à¤Ÿà¥‡à¤Ÿ, वेबारू तथा à¤à¤¡à¥à¤¸ पर आमà¥à¤– कथायें
- अपनी बà¥à¤²à¥‰à¤— पोसà¥à¤Ÿ पà¥à¤°à¤•ाशन हेतॠन à¤à¥‡à¤œà¥‡à¤‚।
- निरंतर पर पà¥à¤°à¤•ाशित आपकी रचना आप केवल अपने बà¥à¤²à¥‰à¤— या जालघर पर à¤à¤• माह बाद छाप सकते हैं, हालांकि किसी पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट पà¥à¤°à¤•ाशन पर रचनायें पà¥à¤°à¤•ाशित होने पर हमें कोई आपतà¥à¤¤à¤¿ नहीं है।
- लेख यूनिकोड में हों तो बेहतर, फाà¤à¤Ÿ परिवरà¥à¤¤à¤¨ संà¤à¤µ है पर इसमें समय ज़ाया होता है और परिवरà¥à¤¤à¤¨ के बात वरà¥à¤¤à¤¨à¥€ की तकनीकी अशà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ को सà¥à¤§à¤¾à¤°à¤¨à¥‡ का काम अकà¥à¤¸à¤° करना ही पड़ता।
- अनà¥à¤µà¤¾à¤¦, पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ांश के साथ मूल लेखक की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ संलगà¥à¤¨ करना ज़रूरी है।
- पà¥à¤°à¤•ाशन पर कोई पारिशà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• देने में हम असमरà¥à¤¥ हैं, हालांकि इस हेतॠहम सतत पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¤°à¤¤ हैं।
- मैं à¤à¤• उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/निरà¥à¤®à¤¾à¤¤à¤¾ पà¥à¤°à¤•ाशक हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ आप मेरे उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/पà¥à¤°à¤•ाशन की समीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤•ाशित करेंगे?अगर आपका उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/पà¥à¤°à¤•ाशन हमें जंचे तो ज़रूर। निरंतर का à¤à¥à¤•ाव तकनीकी उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦à¥‹à¤‚ पर सà¥à¤µà¤¾à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤• रूप से ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है पर हम किसी à¤à¥€ सारà¥à¤¥à¤•
उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/पà¥à¤°à¤•ाशन की समीकà¥à¤·à¤¾ करने को उतà¥à¤¸à¥à¤• रहेंगे। अपने उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/पà¥à¤°à¤•ाशन की जानकारी के साथ हमसे संपरà¥à¤• करें। - कà¥à¤¯à¤¾ आप मेरे उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦/पà¥à¤°à¤•ाशन की “फेवरेवल” समीकà¥à¤·à¤¾ या à¤à¤¡à¤µà¤°à¥à¤Ÿà¥‹à¤°à¤¿à¤¯à¤² पà¥à¤°à¤•ाशित करेंगे?हम किसी उतà¥à¤ªà¤¾à¤¦ की खामखà¥à¤µà¤¾à¤¹ तारीफ या निंदा दोनों से ही बचना चाहेंगे। यदि आपकी समीकà¥à¤·à¤¾ rational है और संपादकीय दल उससे इतफà¥à¤«à¤¾à¤•़ रखें तो हम à¤à¤¸à¥€ समीकà¥à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤•ाशन हेतॠविचाराधीन रख सकते हैं। पर à¤à¤¸à¥€ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में à¤à¥€ हम अपनी समीकà¥à¤·à¤¾ की पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ ज़रूर दोहरायेंगे।
- मैं à¤à¤• पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा निकालता हूà¤à¥¤ कà¥à¤¯à¤¾ मैं निरंतर के लेख अपनी पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में पà¥à¤°à¤•ाशित कर सकता हूà¤?
जी हाà¤! निरंतर के लेख कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¥‡à¤Ÿà¤¿à¤µ कॉमंस लाइसेंस के तहत जारी होते हैं। आप रचना अपनी पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में छाप सकते हैं, इसके लिये आप हमसे लिखित पूरà¥à¤µà¤¾à¤¨à¥à¤®à¤¤à¤¿ लें। पà¥à¤°à¤•ाशित लेख के साथ लेखक का नाम, परिचय, निरंतर के जालसà¥à¤¥à¤² का पता तथा लेख का परà¥à¤®à¤¾à¤²à¤¿à¤‚क यानि सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ कड़ी देना अनिवारà¥à¤¯ है। यदि आपके पà¥à¤°à¤•ाशन में पारिशà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• देने की वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ है तो हम अनà¥à¤°à¥‹à¤§ करेंगे कि हमें लेख का पारिशà¥à¤°à¤®à¤¿à¤• à¤à¥€ अवशà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨ करें जिसे हम मूल लेखक या अनà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤• तक पहà¥à¤‚चा सकें। निरंतर को समरà¥à¤¥à¤¨ देने का यह यह शà¥à¤°à¥‡à¤·à¥à¤ तरीका होगा। - कà¥à¤¯à¤¾ मैं निरंतर के लेख अपने बà¥à¤²à¥‰à¤— या वेब पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा में पà¥à¤°à¥à¤¨à¤ªà¥à¤°à¤•ाशित कर सकता हूà¤?
चà¥à¤‚कि निरंतर à¤à¥€ à¤à¤• जाल पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा है अतः हम केवल मूल लेखक को ही लेख या रचना उनके अपने बà¥à¤²à¥‰à¤—, जालधर में पà¥à¤°à¤•ाशन की अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ देते हैं। पर आप निरंतर के लेख की चरà¥à¤šà¤¾ या समीकà¥à¤·à¤¾ अपने बà¥à¤²à¥‰à¤— या साईट पर कर सकते हैं और लेख का 100 शबà¥à¤¦à¥‹à¤‚ का अंश पà¥à¤°à¤•ाशित कर सकते हैं। आपकी पà¥à¤°à¤µà¤¿à¤·à¥à¤Ÿà¤¿ या विवरण में निरंतर पर लेख का परà¥à¤®à¤¾à¤²à¤¿à¤‚क यानि सà¥à¤¥à¤¾à¤ˆ कड़ी देना अनिवारà¥à¤¯ है। बिना अनà¥à¤®à¤¤à¤¿ निरंतर के लेख अपने बà¥à¤²à¥‰à¤—, साईट या अनà¥à¤¯ किसी पà¥à¤°à¤¿à¤‚ट पà¥à¤°à¤•ाशन में करना गलत है। - निरंतर के पà¥à¤°à¤•ाशन पर कितना खरà¥à¤š आता है? डोमेन व होसà¥à¤Ÿà¤¿à¤‚ग का कà¥à¤² सालाना खरà¥à¤š लगà¤à¤— 1500/- रà¥à¤ªà¤¯à¥‡ है। इसके अलावा फोन तथा इंटरनेट खरà¥à¤šà¥‡ à¤à¥€ हैं जिनका सही अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ लगाना मà¥à¤¶à¥à¤•िल है।