Author: निरंतर पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा दल
पतà¥à¤° : वहशीपन से देश महान नहीं बनता
गà¥à¤œà¤°à¤¾à¤¤ सरकार ने हिंदà¥à¤“ं को à¤à¤•बार शरà¥à¤®à¤¸à¤¾à¤° किया है और शरारती ततà¥à¤µà¥‹à¤‚ को सजा न देकर अगर वह दà¥à¤¬à¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ करेगी तो दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤à¤° में अपने समरà¥à¤¥à¤• खो देगी। हमारे महान देश का नेतृतà¥à¤µ इतना रीढविहीन à¤à¤µà¤‚ अदूरदरà¥à¤¶à¥€ कैसे हो सकता है जो गà¥à¤‚डो को राजनैतिक परिदृशà¥à¤¯ पर छाने की खà¥à¤²à¥€ छूट देता है। निरंतर संपादक मंडल को लिखे अपने खत में चिंता जता रहे है आरà¥à¤•ेडिया विशà¥à¤µà¤µà¤¿à¤¦à¥à¤¯à¤¾à¤²à¤¯, अमरिका में अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ के पà¥à¤°à¤¾à¤§à¥à¤¯à¤¾à¤ªà¤• डॉ पà¥à¤°à¤¦à¥à¤¯à¥à¤®à¥à¤¨ सिंह चौहान।
मैंने à¤à¥€ बोये कà¥à¤› सपने
à¤à¤• चितà¥à¤° जिस पर आप अपनी कलà¥à¤ªà¤¨à¤¾à¤¶à¥€à¤²à¤¤à¤¾ परख सकते हैं और जीत सकते हैं रेबेका बà¥à¤²à¤¡ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "द वेबलॉग हैनà¥à¤¡à¤¬à¥à¤•" की à¤à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¥¤ à¤à¤¾à¤— लीजिये समसà¥à¤¯à¤¾ पूरà¥à¤¤à¤¿ पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤—िता में।
वेबलॉग नीतिशासà¥à¤¤à¥à¤°
सारांश में पेश करते हैं पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•ाà¤à¤¶ या पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• समीकà¥à¤·à¤¾à¥¤ निरंतर के पहले अंक में हमें पà¥à¤°à¤¸à¤¨à¥à¤¨à¤¤à¤¾ है रेबेका बà¥à¤²à¤¡ की पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• "द वेबलॉग हैनà¥à¤¡à¤¬à¥à¤•" के अंश का हिनà¥à¤¦à¥€ रूपांतर पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ करते हà¥à¤à¥¤ रेबेका 1996 से अंरà¥à¤¤à¤œà¤¾à¤² पर हैं, उनका बà¥à¤²à¥‰à¤— रेबेकाज़ पॉकेट खासा पà¥à¤°à¤¸à¤¿à¤¦à¥à¤§ है।
आसà¥à¤•जीवà¥à¤¸ ने निगला बà¥à¤²à¥‰à¤—लाईंस को
कà¥à¤¯à¤¾ याहू सिकà¥à¤¸ आपारà¥à¤Ÿ को हथिया लेगा? कà¥à¤¯à¤¾ गूगल अब डोमेन à¤à¥€ बेचेगा? ये और ढेर सारी और खबरें। पà¥à¤¿à¤ माह के दौरान घटित बà¥à¤²à¥‰à¤—जगत से संबंधित खबरें तड़के के साथ।
आज रात तीन चाà¤à¤¦ खिले हैं!
वातायन है निरंतर का साहितà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•ोषà¥à¤ यानि कि बà¥à¤²à¥‰à¤—जगत के बाशिंदो कि साहितà¥à¤¯à¤¿à¤• पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤à¤¾ का à¤à¤°à¥‹à¤–ा। इस अंक में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है रविशंकर शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ की लघà¥à¤•था "पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¥", अतà¥à¤² अरोरा की हासà¥à¤¯ कविता "तीन चाà¤à¤¦" और देबाशीष चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€ की कविता "महानगर"।

