
टरनेट हमारे जीवन का महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंग बन चà¥à¤•ा है। हमें जब à¤à¥€ कोई जानकारी खोजनी हो, चाहे वो सà¥à¤¥à¤¾à¤¨à¥€à¤¯ पीवीआर में कौन सी फिलà¥à¤® चल रही है यह मालूम करना हो, या हाल की सरà¥à¤µà¤¾à¤§à¤¿à¤• लोकपà¥à¤°à¤¿à¤¯ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤• के बारे में पता करना हो, हम बस उसे “गूगल” कर लेते हैं। यह हमारे जीवन का इतना महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ अंग बन चà¥à¤•ा है कि यदि इंटरनेट सेवा à¤à¤• दिन के लिठà¤à¥€ ठपà¥à¤ª पड़ जाठतो हममें से अधिकांश अवसादगà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤ हो जायें। पर यहाठ“हम” का तातà¥à¤ªà¤°à¥à¤¯ – “हम” à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ से या “हम” अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ पढ़े à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ से है! जब देश में इंटरनेट के महतà¥à¤µ और विकास की बात होती है तो यही पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ उठता है। हालाà¤à¤•ि विशà¥à¤µ के अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ में से à¤à¤• बहà¥à¤¤ बड़ी संखà¥à¤¯à¤¾ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में निवास करती है, फिर à¤à¥€ à¤à¤¾à¤°à¤¤ की जनसंखà¥à¤¯à¤¾ के हिसाब से देखा जाठतो उन का पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ बहà¥à¤¤ कम है।
इस समसà¥à¤¯à¤¾ को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¨à¥‡ के लिठलोगों ने कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में जालसà¥à¤¥à¤² बनाने शà¥à¤°à¥‚ किठताकि इंटरनेट अधिकाधिक à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯à¥‹à¤‚ तक पहà¥à¤à¤šà¥‡à¥¤ परंतॠइस में à¤à¤• अड़ंगा यह है कि जालसà¥à¤¥à¤² तो कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤°à¥€à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में है, पर पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ को जालसà¥à¤¥à¤² का पता फिर à¤à¥€ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ के अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ में ही याद रखना और टाइप करना पड़ता है, जो कोई खास आरामदेह बात तो है नहीं। इस समसà¥à¤¯à¤¾ का हल हो सकता है अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯à¤•ृत डोमेन नाम यानि आइडीà¤à¤¨ (IDN) दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾à¥¤
आइडीà¤à¤¨, à¤à¤• संकà¥à¤·à¤¿à¤ªà¥à¤¤ पृषà¥à¤ à¤à¥‚मि
फिलहाल, इंटरनेट की कà¥à¤› तकनीकी कमियों के कारण, डोमेन के नाम केवल अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ के सादे अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ (पà¥à¤²à¥‡à¤¨ टेकà¥à¤¸à¥à¤Ÿ यानि ASCII या à¤à¤¸à¥à¤•ी) में ही पंजीकृत किठजा सकते हैं (उदाहरणतः nirantar.org)। अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ (उदाहरणतः उदाहरण.in जिसमें इस तरह के अकà¥à¤·à¤° हैं) को इंटरनेट की डोमेन नाम पà¥à¤°à¤£à¤¾à¤²à¥€ यानि डीà¤à¤¨à¤à¤¸ (DNS) नहीं पहचान पाती, और इस कारण ये à¤à¤• पंजीकृत नाम के रूप में डोमेन नाम रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में नहीं रह सकते।
2003 में विकसित à¤à¤• अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ मानक “पà¥à¤¯à¥‚नीकोड” (Punycode) की मदद से ग़ैर-à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ को à¤à¤¸à¥‡ अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ किया जा सकता है, जिनà¥à¤¹à¥‡à¤‚ डीà¤à¤¨à¤à¤¸ समठसके। इसके दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¸à¥€ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ हासिल होती है जिससे ग़ैर-à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ को डोमेन रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ और डीà¤à¤¨à¤à¤¸ तो à¤à¤¸à¥à¤•ी पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प में ही देखता है, पर साधारण वेब पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ उसे मूल à¤à¤¾à¤·à¤¾ में देख पाता है। “पà¥à¤¯à¥‚नीकोड” ग़ैर-à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ वाले शबà¥à¤¦ को à¤à¤• à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¤®à¤¾à¤²à¤¾ में अनूदित करता है, जिसे डोमेन नाम रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ में पंजीकृत किया जा सकता है और डीà¤à¤¨à¤à¤¸ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ समà¤à¤¾ जा सकता है। अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ डोमेन नामों को à¤à¤¸à¥à¤•ी में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ करने के लिठसरà¥à¤µà¤ªà¥à¤°à¤¥à¤® इन अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ को, अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ रूप से अनà¥à¤®à¥‹à¤¦à¤¿à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•रण दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ विकसित, à¤à¤• सारणी की मदद से à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ से संबदà¥à¤§ करना पड़ता है।
उदाहरण.in का ही उदाहरण लें तो दà¥à¤µà¤¿à¤¤à¥€à¤¯ सà¥à¤¤à¤° डोमेन (.in से पहले का शबà¥à¤¦) को पà¥à¤¯à¥‚नीकोड परिवरà¥à¤¤à¤• दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¤®à¤¾à¤²à¤¾ में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ किया जाता है। फिर इस नाम के उपसरà¥à¤— के रूप में (“xn-“) अकà¥à¤·à¤° जोड़ दिठजाते हैं, ताकि डीà¤à¤¨à¤à¤¸ इसे आइडीà¤à¤¨ के रूप में पहचान सके। तो इस तरह, अनà¥à¤¤à¤°à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ डोमेन नाम उदाहरण.in का à¤à¤¸à¥à¤•ी नाम xn-p1b6ci4b4b3a.in बनता है।

सà¥à¤¨à¤¹à¤°à¤¾ à¤à¤µà¤¿à¤·à¥à¤¯ à¤à¥€
जब जालपृषà¥à¤ हिनà¥à¤¦à¥€ में है तो à¤à¤²à¤¾ डोमेन नाम हिनà¥à¤¦à¥€ में कà¥à¤¯à¥‹à¤‚ नहीं? यह पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ तो हम हिनà¥à¤¦à¥€ पà¥à¤°à¥‡à¤®à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के मन में सदा रहा ही है। देश में 4 करोड़ 10 लाख जाल पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ हैं और यह हमारी कà¥à¤² आबादी का महज़ 4 पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ ही है। ज़ाहिर है कि पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं की यह संखà¥à¤¯à¤¾ तेज़ी से बॠरही है, पिछले साल ही यह बà¥à¤¤ दर 25 फीसदी थी। सà¥à¤ªà¤·à¥à¤Ÿà¤¤à¤ƒ अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¥€ का पà¥à¤°à¤à¥à¤¤à¥à¤µ अब खतà¥à¤® हो रहा है। विशेषजà¥à¤žà¥‹à¤‚ का अनà¥à¤®à¤¾à¤¨ है कि 2050 तक अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ का कद चीनी, हिनà¥à¤¦à¥€ व उरà¥à¤¦à¥ के सामने बेहद छोटा रह जायेगा (गà¥à¤°à¤¾à¤« देखें)।

तो हिनà¥à¤¦à¥€ अब आहिसà¥à¤¤à¤¾ आहिसà¥à¤¤à¤¾ जाल पर कदम बà¥à¤¾ रही है। हमारे देश की कोडयà¥à¤•à¥à¤¤ ccTLD यानि .in ने पहले ढाढस बंधाई और फिर आइडीà¤à¤¨ से डोमेन नाम अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में लिखने के मारà¥à¤— पà¥à¤°à¤¶à¤¸à¥à¤¤ हà¥à¤¯à¥‡à¥¤ अकà¥à¤¤à¥à¤¬à¤° 2007 से समूचे डोमेन नाम जिसमें TLD(जालपते में डॉट के बाद आने वाले शबà¥à¤¦ जैसे कॉम, आरà¥à¤—, बिज़, इंफ़ो) à¤à¥€ शामिल है का हिनà¥à¤¦à¥€ व तमिल समेत 11 लिपियों में परीकà¥à¤·à¤£ à¤à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤°à¤‚ठहà¥à¤¯à¥‡à¥¤ हिनà¥à¤¦à¥€ के लिये यह पता http://उदाहरण.परीकà¥à¤·à¤¾ है। अनà¥à¤¯ परीकà¥à¤·à¤£ जालपते नीचे दिये चितà¥à¤° में दिये हैं।

जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2008 में संपनà¥à¤¨ ICANN की बैठक में यह निरà¥à¤£à¤¯ à¤à¥€ आ गया है कि 2009 से नये जेनेरिक टॉप लेवल डोमेन यानि gTLD à¤à¥€ उपलबà¥à¤§ होंगे और ये पूरी तरह गैर रोमन अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ में लिखे जा सकेंगे। तो वो समय जलà¥à¤¦ ही आने वाला है जब जालपते http://निरंतर.पतà¥à¤°à¤¿à¤•ा या http://नà¥à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤šà¥€à¤¨à¥€.चिटà¥à¤ ा जैसे पते दिखें।
आइडीà¤à¤¨ जालपते फिलहाल तो .कॉम TLD के लिये ही उपलबà¥à¤§ हैं और उसमें à¤à¥€ TLD रोमन लिपी में ही सà¥à¤µà¥€à¤•ारà¥à¤¯ होता है। धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ दें कि अनà¥à¤¤à¤°à¥à¤°à¤¾à¤·à¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ डोमेन नाम बà¥à¤• कराते समय आपको à¤à¤¾à¤·à¤¾ à¤à¥€ चà¥à¤¨à¤¨à¥€ पड़ती है जिसे डोमेन मिलने के बाद बदला नहीं जा सकता, दो लिपियों को मिलाकर à¤à¥€ नाम बनाना सà¥à¤µà¥€à¤•ृत नहीं है। फिलहाल सà¤à¥€ बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° à¤à¥€ आइडीà¤à¤¨ जालपते समà¤à¤¨à¥‡ में असमरà¥à¤¥ हैं। अगर आप इंटरनेट à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤²à¥‹à¤°à¤° 7 या फायरफॉकà¥à¤¸ 3 इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² करते हैं तो http://www.देबाशीष.com अथवा http://www.निरंतर.com पर जाने पर आप सही जालपते तक पहà¥à¤‚च जायेंगे। पर इंटरनेट à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤²à¥‹à¤°à¤° 5 या 6 या फायरफॉकà¥à¤¸ 2 के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ à¤à¤¸à¤¾ नहीं कर सकते कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि इनमें गैररोमन लिपी से पà¥à¤¯à¥‚नीकोड बनाने की कà¥à¤·à¤®à¤¤à¤¾ नहीं होती।
पर पà¥à¤°à¤¾à¤¨à¥‡ बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— आइडीà¤à¤¨ जालपते के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करने की राह में बाधक à¤à¤²à¤¾ कैसे बनें। आप चाहें तो हिनà¥à¤¦à¥€ डोमेन नाम का पà¥à¤¯à¥‚नीकोड खà¥à¤¦ ही निकाल लें, यह काम उनà¥à¤¨à¤¤ बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° खà¥à¤¦ ही करते हैं पर आप पà¥à¤¯à¥‚नीकोड कंवरà¥à¤Ÿà¤° जैसे जाल तंतà¥à¤°à¤¾à¤‚श से यह काम कर सकते हैं। अगर आप और à¤à¥€ उतà¥à¤¸à¥à¤• हैं तो इस काम के लिये बने विशेष पà¥à¤²à¤—िन का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² कर सकते हैं, मसलन वेरिसाईन दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ बनाया आईनैव नामक मà¥à¤«à¥à¤¤ पà¥à¤²à¤—िन जिससे आप अपने ईमेल में à¤à¥€ आइडीà¤à¤¨ जालपतों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— कर सकेंगे। आइडीà¤à¤¨ का समरà¥à¤¥à¤¨ करने वाले विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤°à¥‹à¤‚ व तंतà¥à¤°à¤¾à¤‚शों की à¤à¤• विसà¥à¤¤à¥ƒà¤¤ सूची यहाठदी गई है।
राम मोहन, जो à¤à¤«à¤¿à¤²à¤¿à¤¯à¤¾à¤¸ के मà¥à¤–à¥à¤¯ तकनीक अधिकारी और उपाधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· हैं, बताते हैं, “यह परिवरà¥à¤¤à¤¨ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ डोमेन पंजीकरà¥à¤¤à¤¾à¤“ं अथवा डोमेन विकà¥à¤°à¥‡à¤¤à¤¾à¤“ं दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾, जो पà¥à¤¯à¥‚नीकोड या “:xn-” पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प में नाम तैयार करने हेतॠइंटरनेट इंजीनियरी टासà¥à¤• फोरà¥à¤¸ (IETF) के नेम-पà¥à¤°à¥‡à¤ª (Nameprep) और सà¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¿à¤‚ग-पà¥à¤°à¥‡à¤ª (Stringprep) मानकों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करते हैं, पूरी की जाती है। ग़ैर-à¤à¤¸à¥à¤•ी नामों को पंजीकृत करने के पूरà¥à¤µ उसे पà¥à¤¯à¥‚नीकोड में परिवरà¥à¤¤à¤¿à¤¤ करना आवशà¥à¤¯à¤• है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि डोमेन रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ केवल à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ को ही संजो पाती है और इस बात को सà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥à¤šà¤¿à¤¤ करती है कि हर नाम अनूठा हो। इसके अतिरिकà¥à¤¤ रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ अपने उतà¥à¤¤à¤°à¤¦à¤¾à¤¯à¤¿à¤¤à¥à¤µ में हर डोमेन के लिठà¤à¤• ज़ोन फाइल बना कर पà¥à¤°à¤•ाशित करती है और ज़ोन फाइल ही वह डाइरेकà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ पà¥à¤°à¤¾à¤§à¤¿à¤•रण है जो अनà¥à¤¤ में हर नाम को इंटरनेट पर खोज पाने में मदद करती है। रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ दरअसल हर नाम को पà¥à¤¯à¥‚नीकोड पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प में आरकà¥à¤·à¤¿à¤¤ करती है, न कि मूल पà¥à¤°à¤¾à¤°à¥‚प में, और सामंजसà¥à¤¯ पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ के तहत आइडीà¤à¤¨ समरà¥à¤¥à¤¿à¤¤ अनà¥à¤ªà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ और रजिसà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€ के बीच उपयà¥à¤•à¥à¤¤ अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ के दायितà¥à¤µ का निरà¥à¤µà¤¾à¤¹ करते हैं।”
आइडीà¤à¤¨ के विकास में बाधाà¤à¤
आइडीà¤à¤¨ की संà¤à¤¾à¤µà¤¨à¤¾à¤à¤ तो पà¥à¤°à¤¬à¤² हैं, पर अगले कदम पर आने वाली पेचीदगियाठNIXI और इस विकास पà¥à¤°à¤•à¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾ से संबनà¥à¤§à¤¿à¤¤ अनà¥à¤¯ संसà¥à¤¥à¤¾à¤“ं के लिठखासी चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ पेश करती हैं। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में 24 à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤à¤ हैं और 12 लिपियाठ(शायद किसी à¤à¥€ अनà¥à¤¯ देश से अधिक), जिस का अरà¥à¤¥ है विà¤à¤¿à¤¨à¥à¤¨ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में मिलते जà¥à¤²à¤¤à¥‡ अकà¥à¤·à¤°à¥‹à¤‚ और लिपियों का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—।
डाइरेकà¥à¤Ÿà¥€ के अधà¥à¤¯à¤•à¥à¤· और कारà¥à¤¯à¤•ारी अधिकारी à¤à¤¾à¤µà¤¿à¤¨ तà¥à¤°à¤¾à¤–िया कहते हैं, “यह बà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¤¦à¥€ समसà¥à¤¯à¤¾ है और इससे अनà¥à¤¯ समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ à¤à¥€ जनà¥à¤®à¥€ जो आइडीà¤à¤¨ को अपनाने की राह में रोड़ा बने हà¥à¤¯à¥‡ हैं। ये समसà¥à¤¯à¤¾à¤à¤‚ केवल तकनीकी ही नहीं है, बलà¥à¤•ि इनमें नीति निरà¥à¤§à¤¾à¤°à¤£ के मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‡ à¤à¥€ शामिल हैं। पर फिर à¤à¥€, आइडीà¤à¤¨ अंगीकरण की ओर à¤à¤¾à¤°à¤¤ की पहल और इस दिशा में अब तक किये कारà¥à¤¯ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ यह अंदाज़ा तो लग जाता है कि à¤à¤¾à¤°à¤¤ इसमें कितना बड़ा सà¥à¤…वसर देख रहा है। हालाà¤à¤•ि à¤à¤¾à¤°à¤¤ की जनसंखà¥à¤¯à¤¾ 100 करोड़ से कà¥à¤› अधिक ही है, फिर à¤à¥€ केवल 12.5 करोड़ ही अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ बोलते हैं। 30 करोड़ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं वाली हिनà¥à¤¦à¥€ सब से अधिक पà¥à¤°à¤¯à¥à¤•à¥à¤¤ à¤à¤¾à¤·à¤¾ है, और उरà¥à¤¦à¥‚ बोलने वाले 13 करोड़ हैं, यह संखà¥à¤¯à¤¾ दà¥à¤—नी हो जाती है अगर पड़ौसी देशों को à¤à¥€ गिना जाà¤à¥¤ इसलिये यदि आइडीà¤à¤¨ को पà¥à¤°à¤à¤¾à¤µà¤¶à¤¾à¤²à¥€ ढंग से अपनाया जाता है, तो कà¥à¤² इंटरनेट पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ आधार दà¥à¤—नी या तिगà¥à¤¨à¥€ संखà¥à¤¯à¤¾ à¤à¥€ छू सकता है। पर इस कà¥à¤·à¥‡à¤¤à¥à¤° में अà¤à¥€ बहà¥à¤¤ काम बाकी है।”
यूठतो यह समसà¥à¤¯à¤¾ हर देश के लिठहै, पर à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठयह समसà¥à¤¯à¤¾ कà¥à¤› ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ ही टेढ़ी है। चीन के साथ सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ की जाठतो à¤à¤¾à¤°à¤¤ के लिठकितना काम है, उस का पता चलता है। चीन में 160 करोड़ चीनी à¤à¤¾à¤·à¥€ हैं, जो केवल दो ही लिपियाठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— करते हैं, और उन में à¤à¥€ जापानी और कोरियाई à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं से मिलते जà¥à¤²à¤¤à¥‡ अकà¥à¤·à¤° à¤à¥€ हैं।
तà¥à¤°à¤¾à¤–िया समà¤à¤¾à¤¤à¥‡ हैं, “इन देशों में विकास पà¥à¤°à¤¯à¤¤à¥à¤¨à¥‹à¤‚ के परिणाम काफी तेज़ी से आठहैं कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि उनकी पेचीदगियों हमारे जितनी अधिक नहीं है। इस का अरà¥à¤¥ यह à¤à¥€ हà¥à¤† कि उन à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में आनलाइन मसौदा कहीं ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है। तिस पर इन देशों में इंटरनेट की पहà¥à¤à¤š कहीं ज़à¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ है, हालाà¤à¤•ि आइडीà¤à¤¨ à¤à¤¾à¤°à¤¤ में इसी पहà¥à¤à¤š को बढ़ाने की दिशा में à¤à¤• कदम है। हमारी वरà¥à¤¤à¤®à¤¾à¤¨ पहà¥à¤à¤š केवल 5.3% है, जबकि चीन की 15.9% है और जापान की 68.7%।”
इंटरनेट à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤²à¥‹à¤°à¤° 7.0 और फायरफाकà¥à¤¸ 1.5 से आगे बà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤œà¤¼à¤° तो पहले ही आइडीà¤à¤¨ का समरà¥à¤¥à¤¨ करते हैं। समसà¥à¤¯à¤¾ यहाठपहचान और समठकी नहीं है। à¤à¤¾à¤°à¤¤ में पहले ही à¤à¤¸à¥‡ जालपृषà¥à¤ हैं जो हिनà¥à¤¦à¥€, तमिल और अनà¥à¤¯ à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में मसौदा उपलबà¥à¤§ कराते हैं। इस के अतिरिकà¥à¤¤ कई ईमेल à¤à¥‡à¤œà¥‡ जाते हैं, जिन में ग़ैर-à¤à¤¸à¥à¤•ी अकà¥à¤·à¤° होते हैं।
मà¥à¤–à¥à¤¯ चà¥à¤¨à¥Œà¤¤à¥€ यह है कि डोमेन नाम ही à¤à¤¸à¥à¤•ी के परे नहीं जा पाठहैं, जिस के फलसà¥à¤µà¤°à¥‚प पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को जालसà¥à¤¥à¤² के मसौदे और पते के बीच à¤à¤¾à¤·à¤¾ बदलनी पड़ती है। “अब, जब कि इस परिवरà¥à¤¤à¤¨ को कà¥à¤°à¤¿à¤¯à¤¾à¤¨à¥à¤µà¤¿à¤¤ करने की तकनीक उपलबà¥à¤§ है, हम नीति संबनà¥à¤§à¥€ मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ पर काम कर रहे हैं। जब दोनों पूरे हो जाà¤à¤à¤—े, तब पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾à¤“ं को पूरी तरह (या लगà¤à¤— पूरी तरह) अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में संवाद करने का à¤à¤• पूरà¥à¤£ और सरल रासà¥à¤¤à¤¾ मिल जाà¤à¤—ा।”, राम मोहन बताते है।
आगे की राह
मोबाइल उदà¥à¤¯à¥‹à¤— के साथ तà¥à¤²à¤¨à¤¾ की जाठतो, उस की पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤•à¥à¤¤à¤¾ संखà¥à¤¯à¤¾ इंटरनेट के मà¥à¤•ाबले तीन गà¥à¤£à¤¾ हैं। इस संखà¥à¤¯à¤¾ में तबà¥à¤¦à¥€à¤²à¥€ लाने के लिठयह ज़रूरी है कि कà¥à¤› मà¥à¤¦à¥à¤¦à¥‹à¤‚ को सà¥à¤²à¤à¤¾à¤¯à¤¾ जाठ– जिनमें से à¤à¤• इंटरनेट की उपलबà¥à¤§à¤¿ और कीमत से जà¥à¥œà¤¾ है। चूà¤à¤•ि दूरसंचार की मूल वà¥à¤¯à¤µà¤¸à¥à¤¥à¤¾ इंटरनेट सेवा के मूलà¥à¤¯ पर सीधा असर डालती है, यह ज़रूरी है कि सरकार पूरे देश में इसके विकास की राह आसान बनाà¤à¥¤ आइडीà¤à¤¨ पर केनà¥à¤¦à¥à¤°à¤¿à¤¤ पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸à¥‹à¤‚ से काफी अपेकà¥à¤·à¤¾à¤¯à¥‡à¤‚ हैं और यह सही दिशा में उठाया गया कदम है।
आइडीà¤à¤¨ इंटरनेट में लोकतंतà¥à¤°à¥€à¤•रण लाने हेतॠà¤à¤• आवशà¥à¤¯à¤• कारक है। तà¥à¤°à¤¾à¤–िया कहते हैं “टà¥à¤°à¥‡à¤¡à¤®à¤¾à¤°à¥à¤• धारकों के लिठपà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤• पंजीकरण 2008 की पà¥à¤°à¤¥à¤® तिमाही में उपलबà¥à¤§ होने की आशा है। पहले ही ICANN दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ 13 à¤à¤¾à¤·à¤¾à¤“ं में परीकà¥à¤·à¤£ नाम लागू किये गठहैं, जिनमें देवनागरी और तमिल लिपियाठशामिल हैं। जहाठतक आम तौर पर अपनाठजाने का पà¥à¤°à¤¶à¥à¤¨ है, उस में अà¤à¥€ देर लग सकती है, कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि देश का अधिकतर à¤à¤¾à¤— अà¤à¥€ इंटरनेट के इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² से अछूता है, और जहाठपà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— हो à¤à¥€ रहा है, वहाठइस बात की मà¥à¤¶à¥à¤•िल से समठहै कि दूसरी à¤à¤¾à¤·à¤¾ में इसे कैसे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— किया जाà¤à¥¤”
मोहन कहते हैं, “हमारा विचार है कि इंटरनेट का विकास सीधा उस के पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— से जà¥à¤¡à¤¼à¤¾ है। दूरसंचार तेज़ी से इसलिठबढ़ रहा है कà¥à¤¯à¥‹à¤‚कि आम आदमी को इसका रोज़मरà¥à¤°à¤¾ का इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² दिखता है। मैं मानता हूठकि NeGP (राषà¥à¤Ÿà¥à¤°à¥€à¤¯ अनà¥-पà¥à¤°à¤¶à¤¾à¤¸à¤¨ योजना) जैसी परियोजनाà¤à¤ और सà¤à¥€ सरकारी सेवाओं को इंटरनेट पर उपलबà¥à¤§ कराने के राजà¥à¤¯ आधारित पà¥à¤°à¤¯à¤¾à¤¸ आम आदमी को लाठपहà¥à¤à¤šà¤¾à¤à¤à¤—े। इंटरनेट की पहà¥à¤à¤š इसलिठà¤à¥€ कम है कि अधिकतर लोग इसे पी.सी. या लैपटॉप दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— की जाने वाली सेवा के रूप में देखते हैं।” इस सà¥à¤¥à¤¿à¤¤à¤¿ में नाटकीय परिवरà¥à¤¤à¤¨ आने वाला है। अगली लहर आà¤à¤—ी à¤à¤¾à¤°à¤¤ में मोबाइल फोनों पर इंटरनेट सेवा की और इससे मोबाइल फोन की बिकà¥à¤°à¥€ और इसके इसà¥à¤¤à¥‡à¤®à¤¾à¤² में अतिशय वृदà¥à¤§à¤¿ होगी।
à¤à¤¾à¤°à¤¤ पहला à¤à¤¸à¤¾ राषà¥à¤Ÿà¥à¤° बनने का सामरà¥à¤¥à¥à¤¯ रखता है, जो पी.सी. और लैपटॉपों पर आधारित “इंटरनेट 1.0 से”, मोबाइल फोनों पर आधारित “इंटरनेट 2.0” की ओर छलाà¤à¤— लगाà¤à¤—ा।
चूà¤à¤•ि अधिकतर à¤à¤¾à¤°à¤¤à¥€à¤¯ अपनी à¤à¤¾à¤·à¤¾ को पà¥à¤°à¤¾à¤¥à¤®à¤¿à¤•ता देते हैं, आइडीà¤à¤¨ का लागूकरण सकारातà¥à¤®à¤• कदम ही होगा, और यह तथà¥à¤¯ दूसरे कारकों के साथ मिल कर इंटरनेट को अपनाने में तेज़ी लाने में मदद करेगा। आशा है कि आइडीà¤à¤¨ की आमद के साथ हमें इंटरनेट को केवल देश के अंगà¥à¤°à¥‡à¤œà¤¼à¥€ à¤à¤¾à¤·à¥€ लोगों से जोड़ कर देखना नहीं पड़ेगा।
वरà¥à¤£ के à¤à¤•à¥à¤¸à¤ªà¥à¤°à¥‡à¤¸ कंपà¥à¤¯à¥‚टर में पà¥à¤°à¤•ाशित मूल लेख का अनà¥à¤µà¤¾à¤¦ किया रमण कौल ने। गà¥à¤°à¤¾à¤«à¤¿à¤•à¥à¤¸ व अतिरिकà¥à¤¤ सामगà¥à¤°à¥€: देबाशीष चकà¥à¤°à¤µà¤°à¥à¤¤à¥€à¥¤ आधार चितà¥à¤° इंटरनेट से साà¤à¤¾à¤°à¥¤



