(गतांक से जारी)
सामने हॉल की घड़ी अपनी सà¥à¤ˆ आगे निरà¥à¤®à¤®à¤¤à¤¾ से खिसकाती जा रही थी। डेडलाईन डेडलाईन, केया की कटारी चल रही थी। नये पालिशà¥à¤¡ नाखà¥à¤¨à¥‹à¤‚ को अदा से लिपसà¥à¤Ÿà¤¿à¤•à¥à¤¡ होठों से फूà¤à¤•ते हà¥à¤¯à¥‡ केया गà¥à¤¨à¤—à¥à¤¨à¤¾à¤ˆà¥¤
अरॠने गहरी साà¤à¤¸ ली, नोटपैड और पेन उठाया और चल पडी बगà¥à¤—ा बाबा की शरण में। बगà¥à¤—ा बाबा, यूनीवरà¥à¤¸à¤² बाबा थे, माने बà¥à¤œà¥à¤°à¥à¤— मददगार à¤à¥€à¤·à¥à¤® पितामह। हर ऑफिस में किसी à¤à¤¸à¥€ शखà¥à¤¸à¤¿à¤¯à¤¤ की वेकेंसी हमेशा रहती है जो नये नवेले (और खासकर नयी नवेली) रंगरूटों को ऑफिस के मरà¥à¤«à¥€ नियम समà¤à¤¾à¤¨à¥‡ का महतà¥à¤¤à¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ काम अंजाम देते हैं। बगà¥à¤—ा बाबा अरॠकी समसà¥à¤¯à¤¾ सà¥à¤¨ मà¥à¤¸à¥à¤•ाये। आखिर निरà¥à¤µà¤¾à¤£ पà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥à¤¤à¤¿ कर चà¥à¤•े थे। à¤à¤• पà¥à¤°à¤à¤¾à¤®à¤‚डल सिर के चारों ओर नाच गया। आà¤à¤–ें मूनà¥à¤¦à¥€ और उवाचे, "कैफेटेरिया चलो"।
अरॠकी साà¤à¤¸ अब जा कर थमी। कैफेटेरिया बगà¥à¤—ा बाबा का धरà¥à¤®à¤¸à¥à¤¥à¤² था। यहीं उनकी बà¥à¤¦à¥à¤§à¤¿ अपने तीकà¥à¤·à¥à¤£à¤¤à¤® बेसà¥à¤Ÿ पर होती थी। काली नीबू चाय की पहली घूà¤à¤Ÿ पर कितने रंगरूटों की समसà¥à¤¯à¤¾ का निदान हà¥à¤† है, इस ऑफिस फोकलोर की कà¥à¤à¤œà¥€ सबसे पहले रंगरूटों को थमाई जाती थी।
चाय खतà¥à¤® की गई खरामा खरामा। à¤à¤• चीज़ सैंडविच à¤à¥€ नषà¥à¤Ÿ किया गया। अरॠकेया की à¤à¥‡à¤¦à¥€ नज़रों को अनदेखा करते सीट पर लौटी। पिछले महीने की रिपोरà¥à¤Ÿ निकाली, à¤à¤•à¥à¤¸à¥‡à¤² पर अंको को à¤à¤•à¥à¤¸à¥à¤Ÿà¥à¤°à¤¾à¤ªà¥‹à¤²à¥‡à¤Ÿ किया। जहाठमरà¥à¥›à¥€ हà¥à¤ˆ वहाठटिक टैक टो खेलते हà¥à¤¯à¥‡ कहीं पाà¤à¤š तो कहीं दस पà¥à¤°à¤¤à¤¿à¤¶à¤¤ का इज़ाफा किया। शीट पर रंगों की बौछार की, कहीं हाईलाईट किया, कहीं रंग बदला, कहीं फॉंट बडा किया, कहीं इटैलिकà¥à¤¸ की और कहीं बोलà¥à¤¡à¥¤ ये खेल खेलने का समय था। डेडलाईन के डेथलाईन होने में अà¤à¥€ दस मिनट का समय और था।
ठीक पाà¤à¤š मिनट पहले खिरà¥à¤•े को रिपोरà¥à¤Ÿ मेल की। फिर à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¨ जताते हà¥à¤¯à¥‡ à¤à¤• हारà¥à¤¡ कॉपी à¤à¥€ उसकी मेज़ पर पटक आई। रिडिफमेल पे लॉग इन किया,
"केडी केडी कहाठहो? आज बहà¥à¤¤ बॉस ने परेशान किया"
"गोली मार दो उसे", केडी का जवाब दनदनाता हà¥à¤† आया।
"मैं à¤à¥€ अपने सहयोगी से परेशान हूà¤, काश लाल परी तà¥à¤® मेरे ऑफिस में होती…"
"तो"
"तो कà¥à¤¯à¤¾"
"बà¥à¤²à¤¾ लो अपने यहाà¤", लाल परी इठलाई
"फिर हम हर वकà¥à¤¤ आपको निहारा करें"
"अचà¥à¤›à¤¾ अà¤à¥€ काम है, फिर बात करता हूà¤", केडी गायब। डू नॉट डिसà¥à¤Ÿà¤°à¥à¤¬ का बोरà¥à¤¡ लटका कर फूट गया। अरॠकी à¤à¥œà¤¾à¤¸ दिल में ही रह गई।
लंच टाईम हो चला था। नैना और अरॠकैफ़े में अपनी कोने वाली टेबल पर विराजमान पाई गईं। खाना कम खाया गया और केया खिरà¥à¤•े जोड़ी को गालियाठजà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ दी गईं। इससे हाज़मा सà¥à¤§à¤°à¤¤à¤¾ है à¤à¤¸à¤¾ जà¥à¤žà¤¾à¤¨à¥€ लोग सदियों से कहते आ रहे हैं। सादे खाने में मिरà¥à¤š मसाले की तरह बगà¥à¤—ा बघार दी गई और खाना खतà¥à¤® होते होते अरॠका मिजाज़ पूरी तरह नैना के मिजाज़ के समानानà¥à¤¤à¤° आ चà¥à¤•ा था। यहाठकाम करते करते विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की कई मूल नियमों की पà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤•ल सतà¥à¤¯à¤¤à¤¾ से अरॠरोज़ वाकिफ़ हो रही थी। वो दिन दूर नहीं था जब नà¥à¤¯à¥‚टन की तरह कोई सेब उसके सिर पर गिर कर कोई सिदà¥à¤§à¤¾à¤‚त साबित करवा लेता या फ़िर कोई यूरेका उसके होठों से उचà¥à¤šà¤¾à¤°à¤¿à¤¤ होने होने को रह जा रहा था। कोई बहà¥à¤¤ बड़ी चीज़ बस उसकी मà¥à¤Ÿà¥à¤ ी के सूत à¤à¤° बाहर की दूरी पर हवा में तैर à¤à¤° रही थी। बस किसी खास मौसम, किसी खास वकà¥à¤¤ पर उसके हाथ आने ही वाली थी। पर तब तक उसका à¤à¤¹à¤¸à¤¾à¤¸ à¤à¤° à¤à¥€ काफ़ी था समय को आगे बà¥à¤¾à¤¨à¥‡ के लिये।
लंच के आधे घंटे बाद खिरà¥à¤•े à¤à¤¾à¤à¤• गया, "मैम ज़रा आईये केबिन में"।
खिरà¥à¤•े फोन पर वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ था पर सामने रिपोरà¥à¤Ÿ पड़ी थी। लाल पेन से अंकों को बडे पà¥à¤°à¥‡à¤® से बार बार घेरा गया था। अरॠबैठगई। खिरà¥à¤•े की बात जारी थी। अरॠने खà¥à¤°à¥à¤¦à¤¬à¥€à¤¨ लगाई। फोकस मोडा खिरà¥à¤•े की तरफ। आशà¥à¤šà¤°à¥à¤¯ कि खिरà¥à¤•े था तो हैंडसम पर बडी कोशिश करता था खड़ूस दिखने के लिये। चेहरे पर à¤à¥ƒà¤•à¥à¤Ÿà¤¿ हमेशा तनी रहती, खासकर अरॠके सामने। अगले आधे घंटे में उसने अरॠके इस विशà¥à¤µà¤¾à¤¸ को फेवीकोली मजबूती देते हà¥à¤¯à¥‡ रिपोरà¥à¤Ÿ को तहस नहस कर डाला। इस à¤à¤¯à¤‚कर विधà¥à¤µà¤‚स के बाद अरॠपसà¥à¤¤à¤¹à¤¾à¤²à¥¤ लाईफ इज़ नॉट फेयर।
गनीमत था कि अगला दिन शनिवार था, मतलब छà¥à¤Ÿà¥à¤Ÿà¥€à¥¤ पर अà¤à¥€ हॉल में लोग छोटे छोटे गà¥à¤°à¥à¤ªà¥à¤¸ में बà¤à¤Ÿà¥‡ हà¥à¤¯à¥‡ थे। सबसे बड़े गà¥à¤°à¥à¤ª को पà¥à¤°à¤¿à¤¸à¤¾à¤ˆà¤¡ कर रहे थे बगà¥à¤—ा, बगà¥à¤—ा बाबा। अरॠको देख थंबà¥à¤¸ अप का साईन दिया। खिरà¥à¤•े की à¤à¤¾à¥œ अà¤à¥€ ताज़ा थी सो अरॠने तवजà¥à¤œà¥‹ नहीं दी। केया जतीन के साथ वà¥à¤¯à¤¸à¥à¤¤ थी। शायद आज के मीटिंग की वà¥à¤¯à¤¥à¤¾ कथा पर जà¥à¤—ाली चल रही थी।
शाम मूड ठीक करने अरॠशॉपिंग चल पडी। सिटी मॉल जाकर याद आया कि केडी से मिलने का समय आज का ही था। गà¥à¤°à¤¾à¤‰à¤‚ड फà¥à¤²à¥‹à¤° पर बरिसà¥à¤¤à¤¾ को नज़र अंदाज़ करते हà¥à¤¯à¥‡ लाईफ सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ˆà¤² में घà¥à¤¸ गई। टीशरà¥à¤Ÿ, कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾, शीशे के बोलà¥à¤¸, टेबल मैटà¥à¤¸, अलà¥à¤²à¥à¤® गलà¥à¤²à¥à¤® खरीद कर अपने मिज़ाज़ का पारा संतà¥à¤²à¤¿à¤¤ किया। नीचे आई। बरिसà¥à¤¤à¤¾ को बाईपास करते हà¥à¤¯à¥‡ कॉफी कैफे डे में घà¥à¤¸ गई। फरà¥à¤¨ और पाम की à¤à¤¾à¤¡à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ की ओट में पड़े सोफे पर बैठगई। बड़ी धà¥à¤•धà¥à¤•ाहट हो रही थी।
कà¥à¤¯à¤¾ बरिसà¥à¤¤à¤¾ à¤à¤• बार देख आऊà¤à¥¤ समय, सात बज रहे थे। शायद केडी हो अब à¤à¥€, शायद न हो। अरॠजिस जगह बैठी थी वहाठसे बरिसà¥à¤¤à¤¾ का à¤à¤• कोना दिख रहा था। हॉट बटरà¥à¤¡ कॉफी ऑरà¥à¤¡à¤° किया à¤à¤ªà¤² पाई सà¥à¤²à¤¾à¤ˆà¤¸ के साथ। सà¥à¤Ÿà¥ˆà¤‚ड पर से इवनिंगर उठाया और पढने का बहाना करते हà¥à¤¯à¥‡ अकेलापन छà¥à¤ªà¤¾à¤¯à¤¾à¥¤ à¤à¤• फूलदार शरà¥à¤Ÿ दिख रहा था, फà¥à¤°à¥‡à¤‚चकट दाà¥à¥€, बरमà¥à¤¡à¤¾à¤œà¤¼, गोरा à¤à¤à¥‚का रंग। कहीं यही कूल डà¥à¤¯à¥‚ड तो नहीं। या फिर कà¥à¤°à¥à¤¤à¤¾ जींस कोलà¥à¤¹à¤¾à¤ªà¥à¤°à¥€ वाला à¤à¥€ हो सकता है। à¤à¤• टेबल और दिख रहा था। गोलमटोल, गोरा नारा, शरीफ़ शरीफ़। पर ना ना। आखिर कौन है कूल डà¥à¤¯à¥‚ड? लगता है बाहर जाकर बरिसà¥à¤¤à¤¾ का à¤à¤• चकà¥à¤•र लगाना ही पड़ेगा। हो सकता है कोने पर जो अधेड़ अंकल जी, खिचड़ी बालों वाले दिख रहे हों वही कूल डà¥à¤¯à¥‚ड के खाल में छिपे मेमने हों।
अरॠसोच विचार में डूबने उतराने का पà¥à¤°à¥ˆà¤•à¥à¤Ÿà¤¿à¤¸ कर ही रही थी कि अचानक सामने à¤à¤• हैंडसम आदमी बैठगया। सà¥à¤Ÿà¤¾à¤ˆà¤²à¤¿à¤¶ लाल पà¥à¤°à¥‹à¤µà¥‹à¤— की सà¥à¤µà¥‡à¤Ÿà¤° और सà¥à¤Ÿà¥‹à¤¨à¤µà¤¾à¤¶à¥à¤¡ जीनà¥à¤¸à¥¤ सोफ़े पर अधलेटा बैठा, हाथ में किताब। जब तक उसका ऑरà¥à¤¡à¤° आता, पà¥à¤¤à¤¾ रहा। अरॠने किताब की टाईटल देखने की कोशिश की, ‘द मनà¥à¤• हू सोलà¥à¤¡ द फ़ेरारी’। हà¥à¤®à¥à¤®à¥à¤®, माल है माल। चेहरा पहचाना लग रहा था। शायद कोई टीवी à¤à¤•à¥à¤Ÿà¤°à¥¤ अरॠने दोबारा धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखा। डबल टेक !!! (कà¥à¤°à¤®à¤¶à¤ƒ)
नगाड़े ही नगाड़े बज उठे। आखिर कौन था ये शखà¥à¤¸ जिसने अरॠको हैरत में डाल दिया ? कदà¥à¤°à¤¦à¤¾à¤¨, मेहरबान, ज़रा दिमाग पर ज़ोर डालिये, चलिये न à¤à¥€ डालिये ये काम हम कर डालेंगे,पर हà¥à¥›à¥‚र à¤à¤• इशारा तो करें…रहसà¥à¤¯ पर से परà¥à¤¦à¤¾ उठना तो है या फ़िर परà¥à¤¦à¥‡ में रहने दो परà¥à¤¦à¤¾ न उठाओ, परà¥à¤¦à¤¾ जो उठगया तो à¤à¥‡à¤¦ खà¥à¤² जायेगा, तो…परà¥à¤¦à¥‡ में रहने दो परà¥à¤¦à¤¾ न उठाओ।
