बमों को हमारे शून्य से गुणा कर दो
By अनूप शुक्ला | August 5th, 2006 | Category: पूछिये फुरसतिया से | 5 comments
पाकिस्तान न हों तो सैकडों वीररस के कवियों की दुकान बंद हो जाये। टेड़े सवालों के मेड़े जवाबों के साथ फिर हाज़िर हैं आपके फुरसतिया, अनूप शुक्ला। पढ़िये और आप भी पूछिये फुरसतिया से। »