भारतीय ब्लॉगिंग: टिप्पिंग प्वाईंट पर
By दीना मेहता | March 29th, 2005 | Category: आमुख कथा | 1 Comment »
विचार, संदेश और व्यवहार उसी तरह फैलते हैं जैसे कि कोई वायरस। दीना मेहता मानती हैं कि भारतीय ब्लॉगिंग मैल्कम ग्लैडवेल द्वारा पारिभाषित "टिप्पिंग प्वाइंट" की कगार पर है और अनुमान लगा रही हैं कि इसका भविष्य कैसा होगा। »