Month: April 2005

अप्रैल 2005 का कच्चा चिट्ठा

कच्चा चिट्ठा स्तंभ में हर माह परिचय कीजिये नये चिट्ठाकारों से। इस अंक में आपकी भेंट करवा रहे हैं "मेरा चिट्ठा" के लेखक चिट्ठाकार आशीष गर्ग और "नुक्ताचीनी" चिट्ठे के लेखक और निरंतर के प्रकाशक देबाशीष चक्रवर्ती से।

सुक्खी जैसा कोई नही

जितेन्द्र के बचपन के दोस्त सुक्खी बहुत ही सही आइटम हैं। उनकी जिन्दगी में लगातार ऐसी घटनायें होती रहती हैं जो दूसरों के लिये हास‍-परिहास का विषय बन जाती है। हास परिहास में पढ़िए सुने अनसुने लतीफ़े और रजनीश कपूर की नई कार्टून श्रृंखला "ये जो हैं जिंदगी"।