लेखक परिचय: पंकज नरूला
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वेबसाईट:परिचय:मिर्ची सेठ पंकज नरूला की चिट्ठाकारी के प्रति प्रतिबद्धतता का उदाहरण इस बात से भी दिया जा सकता है कि उन्होंने ब्लॉगर पर अपना चिट्ठा प्रारंभ करने के पश्चात जल्दी ही अपनी निजी होस्टिंग की ओर रूख कर लिया। पंकज हिन्दी चिट्ठाजगत से कई अनूठे प्रयासों के प्रणेता रहे हैं, जिनमें चिट्ठाकारों की अपनी चौपाल अक्षरग्राम, सार्वजनिक विकि सर्वज्ञ, ब्लॉग एग्रीगेटर नारद इत्यादि। जब हिन्दी ब्लॉगज़ीन निरंतर की होस्टिंग की बात आई तो पंकज ने सहर्ष इसकी होस्टिंग अपने जालस्थल पर करने का जिम्मा उठाया था। अम्बाला में जन्मे पंकज चंडीगढ़ स्थित पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से विद्युत अभियांत्रिकि में स्नातक हैं। पिछले कुछ वर्षों से वे सैन होज़े में सैप कंसलटिंग में कार्यरत हैं। ब्लॉग लेखन के ख्यात माध्यम मूवेबल टाईप एवं वर्डप्रैस का हिन्दी में स्थानीयकरण सम्पूर्ण करने के साथ साथ वे हिन्दी से जुड़े तकनीकी मुद्दों पर अपनी राय और भागीदारी देते रहते हैं। पंकज अपने चिट्ठों मिर्ची सेठ औऱ बीटा थॉट्स के ज़रिए अपनी बात कहते हैं। भाषा के सौन्दर्य एवं लेखन विन्यास में रुचि रखने वाले पंकज हिन्दी में अपनी बात करने को माँ से बात करने के समान ही मानते हैं। उनके लेखन का लहज़ा हल्का फुलका और मज़ाहिया होता है और यही बात पाठकों को भाती भी है। |
पंकज द्वारा लिखित आलेख:
- आईये फॉयरफाक्स अपनाएं 3 – शक्तिसर्च, 01 Jul 2005 in निधि
- वर्डप्रेस: ज़ीरो बन गया हीरो, 23 Jun 2005 in आमुख कथा
- वर्डप्रेस: बेमोल, फिर भी अनमोल, 01 Jun 2005 in आमुख कथा
- वर्डप्रेस की सफलता का श्रेय प्रयोक्ताओं को, 01 Jun 2005 in संवाद
- आईये फॉयरफाक्स अपनाएं 2 – कड़ियाँ गरमा-गरम, 09 Apr 2005 in निधि
- आईए फायरफॉक्स अपनाएं – 1, 29 Mar 2005 in निधि