लेखक परिचय: विनय जैन
|
वेबसाईट:परिचय:हिन्दी चिट्ठा जगत के वासी यहीं के एक और बाशिंदे, हिंदी ब्लॉग वाले विनय जैन से जरूर वाक़िफ होंगे। देखा जाए तो यह हिन्दी का पहला समूह ब्लॉग है, विनय के अलावा आलोक भी इस चिट्ठे पर अपना योगदान देते हैं। विनय हिन्दी भाषा के अखंड उपासक हैं और लो प्रोफाईल रखने में यकीन रखते हैं। विनय ने अक्टूबर 2002 में "हिंदी ब्लॉग" की शुरुआत की थी, उस समय हिन्दी चिट्ठाकारी के बारे में कम ही लोग जानते होंगे, विनय को याद है कि आलोक का ही पहला ऐसा चिट्ठा था जो पूर्णतः हिन्दी में लिखा जाता था। हालाँकि पहला हिन्दी चिट्ठा शायद विनय ने ही लिखा था पर नौ दो ग्यारह को ही वे हिन्दी का प्रथम सम्पूर्ण हिन्दी ब्लॉग मानते हैं। चिट्ठे के अलावा विनय गीतायन तथा मनबोल से भी संबद्ध हैं। गूगल के हिन्दी रूप के अनुवाद कार्य से भी विनय जुड़े रहे हैं। |
विनय द्वारा लिखित आलेख:
- दिल्ली अभी दूर, पर चलते रहना है ज़रूर, 01 Jul 2005 in निधि