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जन्म: 13 जून 1954 को लखनऊ, उत्तरप्रदेश में। हिंदी लेखन और शिक्षण से जुड़ा परिवार। दिल्ली विश्वविद्यालय से चिकित्सा शास्त्र में स्नातक। विभिन्न जगहों से उच्च शिक्षा जिनमें अमरीका में जॉन्स हॉप्किन्स तथा इंग्लैंड में लीडस् विश्वविद्यालय भी हैं। हिंदी के अतिरिक्त अँग्रेजी तथा इतालवी भाषा में चिट्ठाकारी और लेखन। संप्रति बोलोनिया (इटली) में एक गैर सरकारी संस्था में वैज्ञानिक और चिकित्सा विशेषज्ञ और विश्व स्वास्थ्य संस्थान, (जेनेवा, स्विटज़रलैंड) में विकलाँगता विषय पर सलाहकार।
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अतानु डे का ब्लॉग दिशा 2004 की इंडीब्लॉगीज़ प्रतोयोगिता में बेस्ट इंडीब्लॉग के पुरस्कार से नवाज़ा गया है। अतानु मैकेनिकल इंजीनियर हैं और कंप्यूटर साईंस में स्नात्तकोत्तर। तकरीबन 6 साल उन्होंने सिलिकॉन वैली में ह्यूलेट पैकार्ड के लिये उत्पाद विपणन का कार्य किया। पाँच साल तक भारत, अमरीका और यूरोप की खाक छानी और फिर यह एहसास हुआ कि अर्थशास्त्र के बारे में तो कुछ जानते ही नहीं। तो उन्होंने बर्कले स्थित यूनिवर्सिटी आफ कैलिफॉर्निया से अर्थशास्त्र पढ़ा और भारतीय दूरसंचार क्षेत्र पर अपना शोधप्रबंध पूरा किया।
अपने खाली समय में अतानु शास्त्रीय संगीत सुनते हैं, विपासना ध्यान लगाते हैं, भौतिक विज्ञान पढ़ते हैं, बौद्ध धर्म पर व्याख्यान देते हैं और अपने ब्लॉग पर लिखते हैं। उनकी कवितायें भी प्रकाशित हो चुकी हैं।
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ई-स्वामी दरअसल आपका छद्मनाम है और आपके चिट्ठे का नाम भी! इन्दौर, मध्यप्रदेश में जन्मे, पले-बढे। कुछ समय दिल्ली में रहे, फ़िर अमरीका में बस गये। सू़चना-विज्ञान में स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा प्राप्त।
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जन्मः जून १९६०, झारखंड की राजधानी राँची में। राँची विश्वविद्यालय से भौतिकी में स्नातकोत्तर के पश्चात काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से भौतिकी में पी. एच.डी। भारतीय प्रॊद्योगिकी संस्थान, मुम्बई में सी. एस.आई. आर की शोधवृत्ति पर शोध परियोजना के अंतर्गत कुछ वर्षों तक शोधकार्य। राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्टीय वैझानिक शोध पत्रिकाओं में शोधपत्र प्रकाशित।
छात्र जीवन में ही काव्य लेखन की शुरूआत। प्रारंभ में कालेज पत्रिका एवं आकाशवाणी तक सीमित। साहित्य से जुड़ाव एवं अपने को अभिव्यक्त कर पाने की क्षमता उस वातावरण की देन है जो उनके घर में सहज सुलभ था। इसी वजह से वैझानिक शोधकार्य के दिनों में भी लेखन क्षमता पल्लवित होती रही। पहली कहानी २००२ में जनसत्ता में प्रकाशित। उसी वर्ष विवाहोपरान्त अमेरिका आने पर यह सिलसिला विश्व हिन्दी न्यास, न्यूयॉर्क की पत्रिका "हिन्दी जगत" के माध्यम से पुन: जुड़ा।
अब तक लगभग सभी प्रमुख वेब पत्रिकाओं/पत्रिकाओं यथा अनुभूति, कृत्या, हिन्दी नेस्ट, साहित्य कुंज, कलायन तथा पुरवाई( लंदन), स्पाइल-दर्पण (नार्वे), कथाक्रम तथा वर्तमान साहित्य में कविताएँ, कहानियाँ प्रकाशित। कहानी "रोड टेस्ट" का तेलुगू में अनुवाद एवं "आन्ध्र ज्योति में प्रकाशन। इलानरेन के नाम से भी लेखन। एक काव्य संग्रह "धूप का टुकड़ा" प्रकाशनाधीन। अपने अधूरे अनाम उपन्यास पर पिछले वर्ष से कार्यरत। लेखन के अतिरिक्त योग, रेकी, बागवानी, फ़ोटोग्राफ़ी, पर्यटन एवं पुस्तकें पढ़ने में रुचि।
टामबाल कालेज, ह्यूस्ट्न में भौतिकी एवं गणित का प्राध्यापन। संप्रति हूस्टन, अमरीका में वास।
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