Category: संवाद
मनोचिकितà¥à¤¸à¤¾ से फ़िलà¥à¤® निरà¥à¤¦à¥‡à¤¶à¤¨ तक
डॉ परवेज़ इमाम ने चिकितà¥à¤¸à¤¾ विजà¥à¤žà¤¾à¤¨ की पà¥à¤¾à¤ˆ पूरी कर मनोचिकितà¥à¤¸à¤• का पेशा अपनाया पर असà¥à¤ªà¤¤à¤¾à¤² की बजाय उनकी करà¥à¤®à¤à¥‚मि बनी वृतचितà¥à¤° यानि डाकà¥à¤¯à¥‚मेंटà¥à¤°à¥€ फ़िलà¥à¤®à¥‹à¤‚ की दà¥à¤¨à¤¿à¤¯à¤¾à¥¤ टीवी कारà¥à¤¯à¤•à¥à¤°à¤® टरà¥à¤¨à¤¿à¤‚ग पà¥à¤µà¤¾à¤ˆà¤‚ट से शà¥à¤°à¥à¤µà¤¾à¤¤ कर उनà¥à¤¹à¥‹à¤‚ने अब तक अनेकों पà¥à¤°à¤¸à¥à¤•ृत वृतà¥à¤¤à¤šà¤¿à¤¤à¥à¤°à¥‹à¤‚ का निरà¥à¤®à¤¾à¤£ किया है। संवाद में पà¥à¥‡à¤‚ परवेज़ के जीवन और अनà¥à¤à¤µ पर डॉ सà¥à¤¨à¥€à¤² दीपक से हà¥à¤ˆ उनकी बातचीत।
HIW: खà¥à¤¦ कंपà¥à¤¯à¥‚टर सीखते हैं बचà¥à¤šà¥‡
"होल इन द वॉल" दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ à¤à¤¨à¤†à¤ˆà¤†à¤ˆà¤Ÿà¥€ के सà¥à¤—ाता मितà¥à¤°à¤¾ ने सिदà¥à¤§ किया कि बचà¥à¤šà¥‡ बिना औपचारिक पà¥à¤°à¤¶à¤¿à¤•à¥à¤·à¤£ के सà¥à¤µà¤¯à¤‚ कंपà¥à¤¯à¥‚टर सीख सकते हैं। कम कीमत में करोड़ों à¤à¤¾à¤°à¤¤à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ तक सूचना पà¥à¤°à¥‹à¤¦à¥à¤¯à¥‹à¤—िकी पहà¥à¤‚चाना अब कोई दिवासà¥à¤µà¤ªà¥à¤¨ नहीं। निरंतर ने डॉ मितà¥à¤°à¤¾ से जानकारी ली इस अनूठे पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤— के बारे में।
लड़कर वही निरà¥à¤®à¤² ज़माना लाना होगा
परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£à¤µà¤¿à¤¦à¥ व चिपको आंदोलन के पà¥à¤°à¤£à¥‡à¤¤à¤¾ सà¥à¤‚दरलाल बहà¥à¤—à¥à¤£à¤¾ पिछले दिनों जनशिकà¥à¤·à¤£ मंच में परà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ विषय पर वà¥à¤¯à¤¾à¤–à¥à¤¯à¤¾à¤¨ देने रतलाम आये। इस अवसर पर निरंतर के लिठपरà¥à¤¯à¤¾à¤µà¤°à¤£ न अनà¥à¤¯ विषयों पर रविशंकर शà¥à¤°à¥€à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¤à¤µ ने उनसे बातचीत की। संवाद में पà¥à¤°à¤¸à¥à¤¤à¥à¤¤ है उसी वारà¥à¤¤à¤¾à¤²à¤¾à¤ª के अंश।
खà¥à¤¦ को पतà¥à¤¨à¥€ माना ही नहीं कà¤à¥€
कथाकार व उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸à¤•ार मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ समकालीन महिला हिंदी लेखन की सà¥à¤ªà¤°à¤¸à¥à¤Ÿà¤¾à¤° हैं। पिछले दिनों हंस के à¤à¤• अंक में संपादक राजेंदà¥à¤° यादव ने मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ की तà¥à¤²à¤¨à¤¾ मरी हà¥à¤¯à¥€ गाय से की, इस पर साहितà¥à¤¯ जगत में काफी हलचल हà¥à¤¯à¥€à¥¤ यह और अनà¥à¤¯ अनेक बिंदà¥à¤“ं को लेकर वरिषà¥à¤ कथाकार अमरीक सिंह दीप ने मैतà¥à¤°à¥‡à¤¯à¥€ पà¥à¤·à¥à¤ªà¤¾ से विसà¥à¤¤à¤¾à¤° से बातचीत की।
मà¥à¤à¥‡ है आस कल की…
डॉकà¥à¤Ÿà¤° कà¥à¤²à¤¦à¥€à¤ª सà¥à¤‚बली "अगà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥‡à¤–र" के वà¥à¤¯à¤•à¥à¤¤à¤¿à¤¤à¥à¤µ के कई पहलू हैं — कवि, लेखक, विचारक और विसà¥à¤¥à¤¾à¤ªà¤¿à¤¤ कशà¥à¤®à¥€à¤°à¤¿à¤¯à¥‹à¤‚ के नेता। पनà¥à¤¨ कशà¥à¤®à¥€à¤°, जिसके वे अगà¥à¤† रहे हैं, को वे सेकà¥à¤¯à¥à¤²à¤°à¤¿à¤œà¤¼à¥à¤® की नरà¥à¤¸à¤°à¥€ मानते हैं। निरंतर संपादक रमण कौल ने जमà¥à¤®à¥‚ में अगà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥‡à¤–र से साहितà¥à¤¯, पनà¥à¤¨ कशà¥à¤®à¥€à¤° जैसे अनेक विषयों पर चरà¥à¤šà¤¾ की। संवाद सà¥à¤¤à¤‚ठमें पà¥à¤¿à¤¯à¥‡ अगà¥à¤¨à¤¿à¤¶à¥‡à¤–र का साकà¥à¤·à¤¾à¤¤à¥à¤•ार।


