EG-Series: मई 2005

मई 2005 का कच्चा चिट्ठा

कच्चा चिट्ठा स्तंभ में हर माह परिचय कीजिये नये चिट्ठाकारों से। मई 2005 के कच्चा चिट्ठा में हम आपकी मुलाकात करवा रहे हैं युवा कवि व चिट्ठाकार प्रेमपीयूष और हरदिल अज़ीज़ तकनीकी चिट्ठाकार व लेखक रविशंकर श्रीवास्तव से।

मई 2005 का मिक्स मसाला

"आबो हवा" में खबर लीजीये भारतीय भाषाओं के ब्लॉगजगत के बैरोमीटर की और सुनिये ब्लॉगिंग के क्षेत्र में भारतीय भाषाओं के बढ़ते कदमों कि आहट। "भाषा रचते शब्द" में सीखिये ब्लॉगिंग से संसार से जुड़ कुछ नये शब्दों के बारे में और "उसने कहा" में विभिन्न चिट्ठों से चुने कुछ मनभावन कथ्य और उल्लेखनीय उक्तियाँ जो आप भी अपनी डायरी में सहेज कर रखना चाहेंगे।

पहले मुर्गी आयी या अन्डा

जितेन्द्र के बचपन के दोस्त सुक्खी बहुत ही सही आइटम हैं। उनकी जिन्दगी में लगातार ऐसी घटनायें होती रहती हैं जो दूसरों के लिये हास‍-परिहास का विषय बन जाती है। हास परिहास में पढ़िए सुने अनसुने लतीफ़े और रजनीश कपूर की नई कार्टून श्रृंखला "ये जो हैं जिंदगी"। साथ ही "शेर सवाशेर" में नोश फ़रमायें गुदगुदाते व्यंजल।