बर्गन का वो पागलखाना
By आदित्य सुदर्शन | November 26th, 2006 | Category: वातायन | 3 comments
द साईंटिफ़िक इंडीयन ने हाल ही में विज्ञान फंतासी कथा लेखन प्रतियोगिता आयोजित की थी। इस में आदित्य सुदर्शन की लिखी कहानी द असाईलम एट बर्गन को प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। मनोचिकित्सा के वैज्ञानिक कैनवस पर रोमांच की तूलिका से उकेरी इस लोमहर्षक कथा को हम प्रस्तुत कर रहे हैं हिन्दी में। रूपांतरण किया है रमण कौल ने। »