EG-Series: जà¥à¤²à¤¾à¤ˆ 2005
जीवन है मरीचिका
वातायन में पà¥à¤¿à¤¯à¥‡ पà¥à¤°à¥‡à¤® पीयà¥à¤·, उमेश शरà¥à¤®à¤¾ और देबाशीष की कवितायें
दूर से सहलाने वाला यनà¥à¤¤à¥à¤° और मिरà¥à¤šà¥€ बम
कà¥à¤¯à¤¾ जीसस खून जम जाने से मरे? हाथियों से मà¥à¤•ाबला करने के लिये, मिरà¥à¤šà¥€ बम का पà¥à¤°à¤¯à¥‹à¤—? आसà¥à¤µà¤¾à¤¦à¤¨ कीजिये हà¥à¤¸à¥ˆà¤¨ दà¥à¤µà¤¾à¤°à¤¾ संकलित, अंरà¥à¤¤à¤œà¤¾à¤² के कोने कोने से चà¥à¤¨à¥€ बेहद रोचक कड़ियाà¤, कà¥à¤› खटà¥à¤Ÿà¥€ कà¥à¤› मीठी।
किस में कितना है दम
दिखाये चितà¥à¤° और दिठगठशीरà¥à¤·à¤• को धà¥à¤¯à¤¾à¤¨ से देखिठऔर रच डालिठà¤à¤• छोटी सी कविता। कविता जà¥à¤¯à¤¾à¤¦à¤¾ बड़ी न हो तो अचà¥à¤›à¤¾, चार लाईना हो तो उतà¥à¤¤à¤®, हाइकू हो तो कà¥à¤¯à¤¾ कहनें!