Month: July 2005

जुलाई का कच्चा चिट्ठा

कच्चा चिट्ठा में आपकी मुलाकत कराते हैं चिट्ठामंडल के सदस्यों से. इस बार मिलिये चिट्ठाकार अतुल अरोरा और कवियित्री दीपा जोशी से.

भारतीय समाज और भ्रष्टाचार

क्या भ्रष्टाचार हम भारतीयों के जीवन का एक अभिन्न अंग बन चुका है? क्या हम कभी इससे स्वतंत्र हो पाएँगे? अन्तर्जाल पर किसका वर्चस्व रहेगा गुंडों मवालियों का या उनका जो रचनात्मक कार्य करते हैं, नए रास्ते खोलते हैं? इन दोनों मुद्दों पर पढ़ें निरंतर के जुलाई २००५ अंक की संपादकीय राय.

टेक्नोराती नये रूप में

एक और नया ब्लॉग एग्रीगेटर, टेकनोराती का नया सलोना रूप, ब्लॉगरों के लिये कानूनी गाईड और माईक्रोसॉफ्ट ने ब्लॉग पर लगाई सेंसर की बाँध. ये तथा अन्य ताजा खबरें सारे ब्लाग संसार से हमारे नियमित स्तंभ हलचल में.

मित्र तुम कितने भले हो!

चिट्ठा चर्चा में पढ़िये भारतीय ब्लॉगमंडल के खास चिट्ठों बीते माह के दौरान की चहल पहल का जायजा, अनूप शुक्ला की अपनी खास शैली में।

जीवन है मरीचिका

वातायन में पढ़िये प्रेम पीयुष, उमेश शर्मा और देबाशीष की कवितायें